Updated on: 03 September, 2024 04:19 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
डॉक्टरों के साथ कई आम लोग और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्र भी शामिल हुए, जिन्होंने पूरी रात लालबाजार से लगभग आधा किलोमीटर दूर बीबी गांगुली स्ट्रीट पर बिताई.
तस्वीर/पीटीआई
कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार तक रैली निकालने वाले विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर, पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग करते हुए, मंगलवार सुबह भी बीबी गांगुली स्ट्रीट पर डटे रहे, जबकि उन्हें आगे बढ़ने से 12 घंटे से अधिक समय तक रोका गया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टरों के साथ कई आम लोग और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्र भी शामिल हुए, जिन्होंने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए सोमवार की पूरी रात लालबाजार से लगभग आधा किलोमीटर दूर बीबी गांगुली स्ट्रीट पर बिताई.
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रिपोर्ट के मुताबिक रेलिंग को जंजीरों से बांधकर बनाए गए बैरिकेड के दूसरी तरफ कोलकाता पुलिस के अधिकारियों की एक बड़ी टुकड़ी पहरे पर रही. जूनियर डॉक्टरों ने बैरिकेड पर रीढ़ की हड्डी और लाल गुलाब की प्रतिकृति लगाई थी. उन्होंने दावा किया कि प्रतिकृति नागरिकों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल के कर्तव्य पर जोर देने के लिए है. डॉक्टरों में से एक ने बताया, "यह हमारी योजना में नहीं था. हमें नहीं पता था कि कोलकाता पुलिस इतनी डरी हुई है कि हमें रोकने के लिए 9 फीट ऊंचा बैरिकेड लगा देगी. हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हमें लालबाजार पहुंचने और सीपी से मिलने की अनुमति नहीं मिल जाती. हम तब तक यहीं बैठे रहेंगे."
उन्होंने डॉक्टरों सहित सभी के लिए न्याय और सुरक्षा की मांग करते हुए नारे लगाना जारी रखा. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों ने सोमवार दोपहर करीब 2 बजे लालबाजार की ओर अपना मार्च शुरू किया. रिपोर्ट के अनुसार उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर गोयल की तस्वीरें थीं और उनके इस्तीफे की मांग की गई थी. बीबी गांगुली स्ट्रीट पर रोके जाने के बाद उन्होंने पुलिस कमिश्नर का पुतला भी जलाया. उन्होंने कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के अपराधियों के लिए कड़ी सजा की मांग करते हुए नारे भी लगाए. डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि कोलकाता डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामले की जांच के दौरान पुलिस ने अपर्याप्त कदम उठाए, जबकि कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी.
पश्चिम बंगाल के कानून मंत्री मोलॉय घटक ने मंगलवार को विधानसभा के विशेष सत्र में बलात्कार विरोधी विधेयक पेश किया. रिपोर्ट के मुताबिक विधेयक पर लगभग दो घंटे तक चर्चा होने की उम्मीद है, जिसमें भाजपा विधायक शिखा चटर्जी और अग्निमित्रा पॉल विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के साथ बोलने वाली हैं. पिछले महीने सरकारी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कोलकाता की डॉक्टर के बलात्कार-हत्या के मद्देनजर सोमवार को विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया है.
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