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Maha Kumbh 2025: महाकुंभ की शुरुआत पर बोले पीएम मोदी- `भारतीय मूल्यों को संजोने वालों के लिए बेहद खास दिन`

Updated on: 13 January, 2025 02:00 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

उन्होंने कहा कि यह विशाल धार्मिक आयोजन भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। तस्वीर/पीटीआई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। तस्वीर/पीटीआई

सोमवार को प्रयागराज के पवित्र शहर में महाकुंभ 2025 की शुरुआत हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे भारतीय मूल्यों और संस्कृति को संजोने वालों के लिए बेहद खास दिन बताया. उन्होंने कहा कि यह विशाल धार्मिक आयोजन भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है. एक्स पर एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, "भारतीय मूल्यों और संस्कृति को संजोने वाले करोड़ों लोगों के लिए यह बेहद खास दिन है. महाकुंभ 2025 प्रयागराज में शुरू हो रहा है, जो आस्था, भक्ति और संस्कृति के पवित्र संगम में अनगिनत लोगों को एक साथ लाएगा. महाकुंभ भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है और आस्था और सद्भाव का जश्न मनाता है."

प्रयागराज में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की आमद देखकर अपनी खुशी जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को शानदार प्रवास की शुभकामनाएं दीं. पीएम मोदी ने कहा, "मैं प्रयागराज में अनगिनत लोगों के आने, पवित्र स्नान करने और आशीर्वाद लेने से खुश हूं. सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को शानदार प्रवास की शुभकामनाएं."


पीएम मोदी ने यह भी उम्मीद जताई कि महाकुंभ सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह लाएगा. उन्होंने कहा, "पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ ही प्रयागराज की पावन धरती पर आज से महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है. हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं को हृदय से नमन करता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं. मेरी कामना है कि भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का यह विशाल पर्व आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह लेकर आए."


पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर दुनिया के सबसे बड़े मानव समागम महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की कतार लगी रही. दुनिया भर से श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा, यमुना और रहस्यमयी सरस्वती नदियों के पवित्र संगम त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए एकत्रित हुए हैं. पहला प्रमुख शाही या अमृत स्नान मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार को शुरू होगा.

इस वर्ष दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम महाकुंभ 144 वर्षों में केवल एक बार होने वाले दुर्लभ खगोलीय संयोग के कारण और भी खास हो गया है.इस बीच, श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनडीआरएफ की टीमें और उत्तर प्रदेश पुलिस की जल पुलिस को जगह-जगह तैनात किया गया है.यातायात पुलिस अधिकारियों ने महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वाहनों की सुचारू आवाजाही और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है और विस्तृत योजना लागू की है.


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