Updated on: 14 November, 2024 07:18 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पीएम मोदी ने मतदाताओं को एमवीए के सत्ता में आने पर सूखे जैसी स्थिति की संभावित वापसी के बारे में आगाह किया.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले छत्रपति संभाजीनगर में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले और अन्य नेताओं द्वारा सम्मानित किया गया. (तस्वीर/पीटीआई)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले छत्रपति संभाजी नगर में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन पर तीखा हमला बोला. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी ने मतदाताओं को एमवीए के सत्ता में आने पर सूखे जैसी स्थिति की संभावित वापसी के बारे में आगाह किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "अगाढ़ी वाले बूंद-बूंद पानी के लिए आपको तरसाएंगे. इसलिए मैं माता और बहनों को कहता हूं, अगाढ़ी वाले को घुसने भी मत देना, वरना आपको पानी के लिए भी तरसाएंगे.`` प्रधानमंत्री मोदी 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले छत्रपति संभाजी नगर जिले में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले समेत एनडीए के कई नेता मौजूद थे.
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रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री ने मराठवाड़ा में लंबे समय से चल रहे जल संकट पर एमवीए की निष्क्रियता की आलोचना की उन्होंने सूखे से निपटने के लिए अपनी सरकार के ठोस प्रयासों की तुलना करते हुए इसे औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी नगर करने की बालासाहेब ठाकरे की इच्छा का अनादर करने का भी आरोप लगाया, जो कि वर्तमान महायुति सरकार द्वारा लागू किया गया बदलाव है.
उन्होंने कहा, ‘‘पूरा महाराष्ट्र जानता है कि छत्रपति संभाजी नगर को यह नाम देने की मांग बालासाहेब ठाकरे ने उठाई थी. अघाड़ी सरकार 2.5 साल तक सत्ता में रही, लेकिन कांग्रेस के दबाव में इन लोगों में ऐसा करने का साहस नहीं था.’’ जबकि महायुति सरकार ने सत्ता में आते ही इस शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी नगर कर दिया. हमने आपकी इच्छा पूरी की, हमने बालासाहेब ठाकरे की इच्छा पूरी की".
मुंबई और नागपुर को जोड़ने के उद्देश्य से, समृद्धि महामार्ग महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानों पर फैली 701 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना है. पीएम ने पालकी हाईवे का जिक्र करते हुए कहा, "महाराष्ट्र में विकास के इस महायज्ञ के साथ-साथ हमारी सरकार भी विरासत की रस्म निभा रही है. भगवान विट्ठल के भक्तों की सुविधा के लिए हमने पालकी हाईवे का निर्माण किया है".
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सितंबर में घोषणा की थी कि `पालखी मार्ग` पूरा हो गया. ये `पालखी मार्ग` सड़कों का एक नेटवर्क है, जहाँ से भक्त वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान संत ज्ञानेश्वर की पालकी ले जाते हैं. 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 20 नवंबर को चुनाव होने हैं और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. जैसे-जैसे चुनाव प्रचार तेज हो रहा है, सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी एमवीए दोनों ही मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए जोरदार प्रयास कर रहे हैं.
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