Updated on: 19 November, 2024 02:03 PM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को सुबह 7 बजे से शुरू होगा. राज्यभर में 1 लाख से अधिक मतदान केंद्र और 2.21 लाख बैलेट यूनिट तैयार की गई हैं.
Representational Image
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर, बुधवार को सुबह 7 बजे से शुरू होगा. शाम 6 बजे तक मतदान केंद्र पर मौजूद सभी मतदाताओं को मतदान का मौका दिया जाएगा.
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मतदाताओं की संख्या में वृद्धि
राज्य में कुल 9 करोड़ 70 लाख 25 हजार 119 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें 5 करोड़ 22 लाख 22 हजार 739 पुरुष, 4 करोड़ 69 लाख 96 हजार 279 महिलाएं और 6,101 तृतीयपंथी मतदाता शामिल हैं. मतदाताओं की संख्या के मामले में पुणे जिला सबसे आगे है.
महिला मतदाता: 4.69 करोड़
राज्य में कुल महिला मतदाताओं की संख्या 4,69,96,279 है. रत्नागिरी, नंदुरबार, गोंदिया, भंडारा और सिंधुदुर्ग जैसे पांच जिलों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है. इसके अलावा, दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 6,41,425 और सैन्य बलों के मतदाताओं की संख्या 1,16,170 है.
4136 उम्मीदवार मैदान में
इस चुनाव में कुल 4,136 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें 3,771 पुरुष, 363 महिलाएं और 2 अन्य उम्मीदवार शामिल हैं.
मतदान के लिए 2.21 लाख बैलेट यूनिट तैयार
विधानसभा चुनाव के लिए पर्याप्त संख्या में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) तैयार की गई हैं. राज्य के 1,00,186 मतदान केंद्रों के लिए 2,21,600 बैलेट यूनिट, 1,21,886 कंट्रोल यूनिट और 1,32,094 वीवीपैट उपलब्ध कराई गई हैं.
1 लाख से अधिक मतदान केंद्र तैयार
राज्य भर में इस बार 1,00,186 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. इनमें से 42,604 मतदान केंद्र शहरी और 57,582 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं. सबसे अधिक मतदान केंद्र पुणे जिले में (8,462) हैं. इसके बाद मुंबई उपनगर (7,579) और ठाणे (6,955) हैं.
आदिवासी और दुर्गम क्षेत्रों में विशेष ध्यान
आदिवासी और दुर्गम क्षेत्रों में मतदान सुविधाओं को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं. गढ़चिरौली, गोंदिया, नंदुरबार, धुले और अमरावती जिलों में अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
महिला संचालित 426 मतदान केंद्र
इस चुनाव में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए 426 मतदान केंद्रों का संचालन केवल महिलाओं द्वारा किया जाएगा. नासिक में सबसे अधिक 45 महिला संचालित मतदान केंद्र होंगे, जबकि जालना, गोंदिया, सोलापुर और मुंबई उपनगर जैसे जिलों में भी ये केंद्र स्थापित किए गए हैं.
शहरी और स्लम क्षेत्रों में विशेष प्रयास
शहरी और झुग्गी-झोपड़ी वाले क्षेत्रों में अधिक मतदान सुनिश्चित करने के लिए मुंबई, पुणे और ठाणे में ऊंची इमारतों और सहकारी आवास समितियों में 1,181 मतदान केंद्र और स्लम क्षेत्रों में 210 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.
मतदाता सुविधा और जागरूकता अभियान
चुनाव आयोग ने मतदाताओं को मतदान केंद्रों की जानकारी देने और उन्हें सूची में अपना नाम जांचने के लिए विशेष डिजिटल सुविधाएं प्रदान की हैं. वोटर्स ऐप और आधिकारिक वेबसाइट पर मतदाता अपना नाम, पहचान और मतदान केंद्र की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सेवाएं
दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं के लिए सक्षम ऐप लॉन्च किया गया है. इसके जरिए व्हीलचेयर, परिवहन और अन्य आवश्यक सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है. मतदान केंद्रों पर ब्रेल लिपि और रैंप जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी.
मतदान के लिए आवश्यक पहचान पत्र
यदि मतदाता के पास वोटर आईडी नहीं है, तो आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैन कार्ड, सरकारी सेवा पहचान पत्र, सांसद/विधायक आईडी या अन्य आधिकारिक दस्तावेज मान्य होंगे.
चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. अब मतदाताओं की जिम्मेदारी है कि वे लोकतंत्र के इस महोत्सव में भाग लेकर अपनी भूमिका निभाएं और मतदान के अधिकार का उपयोग करें.
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