Updated on: 28 October, 2024 12:36 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए परिवर्तन महाशक्ति ने एक नया राजनीतिक गठबंधन बनाया है, जिसमें प्रमुख नेताओं ओमप्रकाश (बच्चू भाऊ) कडू, छत्रपति संभाजी राजे और राजू शेट्टी शामिल हैं.
परिवर्तन महाशक्ति का यह नया गठबंधन आगामी विधानसभा चुनावों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए परिवर्तन महाशक्ति ने एक नया राजनीतिक समूह बनाया है, जिसमें विभिन्न प्रमुख नेता शामिल हैं. इस गठबंधन में प्रारा जन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश (बच्चू भाऊ) कडू, महाराष्ट्र स्वराज्य पार्टी के अध्यक्ष छत्रपति संभाजी राजे, और स्वाभिमानी शेतकर संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी जैसे महत्वपूर्ण नेता हैं. इन नेताओं का राज्य की राजनीति में प्रभावशाली योगदान रहा है और वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में मजबूत पकड़ रखते हैं. परिवर्तन महाशक्ति ने कल्याण पूर्व विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इस क्षेत्र के लिए उन्होंने शैलेश तिवारी को चुना है. चुनावी रणनीति के तहत, शैलेश तिवारी का नामांकन क्षेत्र के मतदाताओं के विविध समूहों को ध्यान में रखकर किया गया है. इस क्षेत्र में हिंदी भाषी मतदाताओं की अच्छी संख्या है, जिससे तिवारी की जीत की संभावना प्रबल मानी जा रही है.
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गठबंधन के नेता बच्चू कडू, जो राज्य में अपनी राजनीतिक पकड़ और जनाधार के लिए जाने जाते हैं, का इस चुनाव में महत्वपूर्ण योगदान होगा. मराठा समुदाय के नेता, छत्रपति संभाजी राजे, अपने समुदाय के समर्थन से परिवर्तन महाशक्ति को मजबूत बनाने में सहायक होंगे. वहीं, किसान नेता राजू शेट्टी भी अपने प्रभावशाली नेतृत्व और किसानों के बीच समर्थन के चलते गठबंधन को मजबूती प्रदान कर रहे हैं. कल्याण पूर्व विधानसभा क्षेत्र में तिवारी के प्रचार अभियान की शुरुआत हो चुकी है. इस चुनावी राह में परिवर्तन महाशक्ति क्षेत्र के मतदाताओं के बीच सकारात्मक बदलाव लाने का वादा कर रही है. गठबंधन का उद्देश्य केवल सत्ता पाना नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक सुधारों की दिशा में ठोस कदम उठाना है. इसके तहत, वे क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और रोजगार के मुद्दों पर विशेष ध्यान देने की योजना बना रहे हैं.
परिवर्तन महाशक्ति की रणनीति स्पष्ट है — वे विभिन्न समुदायों के नेताओं को एक मंच पर लाकर एकजुटता का संदेश देना चाहते हैं. हिंदी भाषी, मराठा और किसान मतदाताओं को एक साथ लाने के इस प्रयास से गठबंधन को क्षेत्र में बढ़त मिलने की संभावना है. इस चुनावी संघर्ष में, तिवारी की उम्मीदवारी को समर्थन मिलना जारी है. उनकी लोकप्रियता का एक मुख्य कारण क्षेत्र के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता है. चुनावी प्रचार में, तिवारी लगातार क्षेत्र के लोगों से मिल रहे हैं और उनकी समस्याओं को सुनने का प्रयास कर रहे हैं. इस कारण से मतदाताओं के बीच उनका प्रभाव बढ़ रहा है.
परिवर्तन महाशक्ति का यह नया गठबंधन आगामी विधानसभा चुनावों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. इसका उद्देश्य न केवल सत्ता परिवर्तन है, बल्कि महाराष्ट्र में सामाजिक और आर्थिक सुधारों को बढ़ावा देना भी है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह गठबंधन राज्य की राजनीति में कितना प्रभावी साबित होता है और क्या वे अपने वादों को पूरा कर पाएंगे.
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