Updated on: 01 August, 2024 02:59 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) से केंद्रीय सहायता और समर्थन की जानकारी दी.
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद की स्थिति की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू से बात की. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इस घटना का असर शिमला, मंडी और कुल्लू जिलों पर पड़ा है. गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) से केंद्रीय सहायता और समर्थन की जानकारी दी.
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रिपोर्ट के मजुताबिक हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद खोज और बचाव गतिविधियों पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री सुखू ने अधिकारियों के साथ बैठक की. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, 50 से अधिक लोग लापता हैं, जिनमें से दो शव बरामद किए गए हैं. सीएम सुखू ने कहा, "हमने एक बैठक की. बादल फटने की घटना सुबह करीब 4:40 बजे हुई. करीब 50 लोग लापता हैं और दो शव बरामद किए गए हैं. अगले 36 घंटों के दौरान भारी बारिश का अनुमान है. डीसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर हैं. मैंने केंद्रीय गृह मंत्री से भी बात की है".
मुख्यमंत्री ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर ट्वीट किया, "शिमला के रामपुर तहसील, मंडी जिले के पधर तहसील और कुल्लू के जाओं, निरमंड गांवों में बादल फटने से 50 से अधिक लोगों के लापता होने की बहुत दुखद खबर मिली है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड और अग्निशमन सेवाएं सभी राहत, खोज और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं. स्थानीय प्रशासन को इन प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने के निर्देश दिए गए हैं. मैं अधिकारियों के संपर्क में हूं और स्थिति पर नज़र रख रहा हूं." राज्य प्रशासन हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है."
क्षेत्र में भारी बारिश के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है. मंडी पुलिस के अनुसार, कल रात भारी बारिश के दौरान तेरांग के पास राजबन गांव में बादल फटने की घटना हुई, जो पुलिस सब डिवीजन पधार में पुलिस पोस्ट टिक्कन के अधिकार क्षेत्र में आता है. एएनआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि दो घर पूरी तरह बह गए, जबकि एक आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया. मंडी जिला सरकार के अनुसार, भारी बारिश के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे गाद जमा हो गई है. इसके परिणामस्वरूप, पंडोह बांध के गेट खोल दिए गए हैं. पंडोह बांध से पानी और गाद को छोड़ा जाएगा. प्रशासन ने स्थानीय लोगों से नदी के पास जाने से बचने का आग्रह किया है.
कथित तौर पर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, "मैंने सीएम से बात की और पता चला कि 50 से अधिक लोग लापता हैं, और एक व्यक्ति की मौत हो गई है. प्रशासन की आलोचना करना उचित नहीं है, लेकिन मेरा मानना है कि पिछले साल हमने जो तबाही झेली, उससे पता चलता है कि ऐसी स्थितियों को रोकने के लिए की गई सावधानियाँ अपर्याप्त थीं. नुकसान की भरपाई अभी भी नहीं हुई है, लेकिन राज्य सरकार काम कर रही है. मैंने हमारे पार्टी अध्यक्ष और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात की. एनडीआरएफ की टीमें वहां काम कर रही हैं."
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