Updated on: 09 June, 2025 07:58 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिस और अर्धसैनिक बल है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि ऐसा लगता है कि अपराधी उसे सूटकेस में भरकर भाग गया है.
पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. तस्वीर/पीटीआई
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक पड़ोसी के घर में नौ साल की बच्ची का शव सूटकेस में भरा हुआ मिला, जिसके बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न और हत्या का आरोप लगाया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिस और अर्धसैनिक बल है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि ऐसा लगता है कि अपराधी उसे सूटकेस में भरकर भाग गया है.
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रिपोर्ट के मुताबिक एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "हम मौत के कारण की पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. फरार आरोपी को पकड़ने के लिए टीमें बनाई गई हैं. हम इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं." परिवार ने बताया कि नेहरू विहार की रहने वाली बच्ची शाम करीब 7 बजे पास में रहने वाले अपने रिश्तेदार को आइसक्रीम देने गई थी. जब वह काफी देर तक घर नहीं लौटी, तो उसके माता-पिता ने उसकी तलाश शुरू की.
पीड़िता के पिता ने कहा, "हमने हर जगह देखा. आखिरकार किसी ने हमें बताया कि वह पास के एक घर में घुसी थी. वहीं हमने उसे एक सूटकेस में पाया." उन्होंने कहा कि जब वे घर पहुंचे, तो वह बंद था. रिपोर्ट के मुताबिक कुछ गड़बड़ होने का संदेह होने पर उन्होंने ताला तोड़कर कमरे में प्रवेश किया और अपनी बेटी को खून से सने सूटकेस में ठूंसकर पाया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "प्रथम दृष्टया डॉक्टरों ने उसके चेहरे पर स्पष्ट चोटें देखी हैं और यौन उत्पीड़न की संभावना जताई है."
रविवार को आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पिछले महीने कर्नाटक के मंगलुरु में हमलावरों के एक समूह द्वारा हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या की जांच करेगी. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संघीय आतंकवाद निरोधी एजेंसी से शेट्टी की "लोगों के मन में आतंक पैदा करने के इरादे से" "लक्षित हत्या" से संबंधित मामले की जांच करने को कहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक इस संबंध में गृह मंत्रालय की विज्ञप्ति का हवाला देते हुए सूत्रों ने कहा कि हत्या के मामले में शामिल आरोपी कथित तौर पर प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्य हैं. एक सूत्र ने कहा, "एनआईए को मामले की जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से आदेश मिला है. मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है." सूत्रों ने गृह मंत्रालय के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि अपराध की गंभीरता, इसके राष्ट्रीय प्रभाव और बड़ी साजिश का पता लगाने की जरूरत के कारण एनआईए जांच जरूरी है. शेट्टी की हत्या 1 मई को मंगलुरु के बाहरी इलाके बाजपे के किन्नीपदावु में की गई थी.
वह अपने साथियों के साथ एक वाहन में यात्रा कर रहा था, तभी एक कार और एक पिकअप वाहन में सवार पांच-छह हमलावरों ने उसे रोक लिया. रिपोर्ट के मुताबिक हमलावरों ने शेट्टी पर धारदार हथियारों से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. यह भीषण हमला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसमें हमलावरों को उस पर छुरे और तलवारों से हमला करते हुए दिखाया गया. स्थानीय पुलिस के अनुसार, शेट्टी कथित तौर पर विभिन्न स्थानीय हिंदुत्व समूहों से जुड़ा था और उसके खिलाफ हमला, हत्या और गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने सहित कई मामले दर्ज थे.
कर्नाटक पुलिस ने 3 जून को शेट्टी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी को कथित तौर पर षडयंत्र रचने और उसे शरण देने के आरोप में मंगलुरु निवासी अब्दुल रजाक (59) को गिरफ्तार किया. रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि इस मामले में कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार, रजाक मुख्य आरोपियों में से एक मोहम्मद मुजम्मिल का पिता है और मामले में एक अन्य संदिग्ध नौसाद वामनजूर उर्फ छोटे है. पुलिस के अनुसार, उसने कथित तौर पर हत्या की योजना बनाने के लिए अपने आवास पर उनके और अन्य लोगों के साथ साजिश रची और बाद में आरोपियों को गिरफ्तारी से बचने में मदद की.
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