Updated on: 12 February, 2024 04:31 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
बिहार में आरजेडी के राजनीतिक खेला में एक नया ट्विस्ट देखने को मिला है. बिहार की निती कुमार की सरकार के पास 128 विधायक थे. वहीं, जब फ्लोर टेस्ट हुआ तो इनकी संख्या 129 हो गई.
नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
बिहार में आरजेडी के राजनीतिक खेला में एक नया ट्विस्ट देखने को मिला है. बिहार की नितीश कुमार की सरकार के पास 128 विधायक थे. वहीं, जब फ्लोर टेस्ट हुआ तो इनकी संख्या 129 हो गई.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह के बाद सदन में वोटिंग कराई गई. सत्ता पक्ष के समर्थन में 129 वोट पड़े. राष्ट्रीय जनता दल समेत महागठबंधन का रास्ता अपनाया. इस तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फ्लोर टेस्ट में पास हो गए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि खरीदने की कोशिश हुई और कोशिश सफल नहीं हो पाई. तेजस्वी यादव अपने विधायकों के साथ सदन से वॉकआउट कर गए.
कांग्रेस विधायक दल नेता शकील अहमद खां ने सदन के बाहर कहा कि ऐसा भी मौका आता है. ऐसा भी मौका आता है, जब जीत में भी हार दिखती है. आप जीत तो गए हैं, लेकिन आपकी निगाहें शर्म से झुकी हैं. एनडीए सरकार केवल विरोधाभास से भरी हुई है. भाजपा के इतिहास के बारे में तो नीतीश कुमार ने कई बार कहा है कि यह देश बदल देंगे. लेकिन, आप हमेशा बदलते रहे हैं, आपको इतिहास आपको याद रखेगा.
आरजेडी विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद देवी अश्विस प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष के लिए आवंटित सीट की जगह सत्तापक्ष की ओर से बैठे नजर आए. जिस पर पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि जब तक मतदान नहीं हो जाता, तो उन तीनों विधायकों को अपनी सीट पर ही बैठना चाहिए.
आपको बता दें कि इसके बाद तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैं 9वीं बार सीएम पद की शपथ लेने के लिए आपको (नीतीश कुमार) बधाई देता हूं. आप ही न आए थे. कहा था कि मेरा मन नहीं लग रहा है. मेरी पार्टी को तोड़ा जा रहा है. इसके बाद हमने आपको समर्थन दिया और सीएम बनाया. लेकिन, आपने फिर से धोखा दिया. इसके बाद 17 महीने हमारी सरकार रही.
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