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`न कोई इंटरव्यू, न किताब, विकास के लिए सत्ता में आए`- छगन भुजबल ने किया स्पष्ट

Updated on: 08 November, 2024 03:14 PM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar | ujwala.dharpawar@mid-day.com

भुजबल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका सत्ता में आने का उद्देश्य विकास है, न कि किसी दबाव में. उन्होंने महागठबंधन सरकार के विकास कार्यों की सराहना की और चुनाव में जनता के समर्थन की बात कही.

Chhagan Bhujbal Pics

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Chhagan Bhujbal press conference: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रकाशित खबरों का खंडन करते हुए प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र के विकास और कल्याण के लिए एनसीपी के 54 विधायक उनके साथ आए और सभी ने पार्टी प्रमुख अजित पवार को पत्र लिखकर महायुति में शामिल होने का निर्णय लिया. भुजबल ने कहा, “इस निर्णय के कारण आज प्रदेश में करोड़ों रुपये के विकास कार्य चल रहे हैं. अकेले मेरे येवला विधानसभा क्षेत्र में 2000 करोड़ रुपये के विकास कार्य हो रहे हैं, जिससे लोग काफी खुश हैं.”

मंत्री भुजबल ने साफ किया कि उन्होंने न तो कोई इंटरव्यू दिया है और न ही कोई किताब लिखी है. उन्होंने खबरों में प्रकाशित आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह आरोप, कि वे ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) से बचने के लिए सत्ता में शामिल हुए, आज से नहीं बल्कि कई वर्षों से लग रहे हैं. उन्होंने कहा, “मुझे जेल जाने का कोई डर नहीं है. मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा जैसा कि खबरों में छपा है. हम विकास के लिए सत्ता में आए हैं, न कि किसी दबाव में. महाराष्ट्र सदन मामले में कोर्ट ने मुझे क्लीन चिट दे दी है. जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तब भी मैं कैबिनेट में था और उसी दौरान कोर्ट का फैसला मेरे पक्ष में आया था.”


भुजबल ने यह भी कहा कि इसमें संदेह करने या भ्रमित होने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने पत्रकार राजदीप सरदेसाई की किताब के संदर्भ में कहा कि न तो उन्होंने वह किताब देखी है और न ही पढ़ी है. “मैं वह किताब अवश्य लूंगा और इसे अपने वकीलों को दूंगा,” उन्होंने कहा. इसके बाद वकीलों से परामर्श कर आगे की उचित कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, भुजबल ने सवाल उठाया कि चुनाव के समय ही इस तरह की खबरें क्यों प्रकाशित की गईं और इसका उद्देश्य क्या है.


ईडी की कार्रवाई पर बोलते हुए, भुजबल ने कहा, “हम एनसीपी के 54 विधायक हैं और इन सभी पर ईडी ने कार्रवाई नहीं की है, जिससे संदेह निरर्थक हो जाता है. यह कहना भी गलत है कि ईडी की कार्रवाई कुछ खास समुदाय के नेताओं के खिलाफ थी.” उन्होंने महागठबंधन सरकार के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि विधानसभा क्षेत्रों में करोड़ों के विकास कार्य से लोग प्रसन्न हैं और विकास की ओर रुझान रखते हैं. भुजबल ने अंत में कहा कि चुनाव में जनता महायुति के पक्ष में है.


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