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गुजरात में अब अहमदाबाद से पकड़ा गया फर्जी आईएएस अधिकारी, पहचान के लिए बनाए लेटरपैड

Updated on: 25 November, 2024 05:52 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

कुछ समय पहले एक फर्जी अधिकारी पकड़े जाने के बाद अब खुद को आईएएस बताने वाला एक और शख्स गिरफ्तार हुआ है.

रिप्रेजेंटेटिव इमेज

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देश के कई राज्यों से फर्जी आईएएस, आईपीएस समेत कई उच्च पदस्थ पुलिस और सरकारी कर्मचारी लोगों के साथ वित्तीय धोखाधड़ी करते पकड़े गए हैं. इसके साथ ही अब गुजरात से भी एक फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. कुछ समय पहले गुजरात में एक फर्जी अधिकारी पकड़े जाने के बाद अब खुद को आईएएस बताने वाला एक और शख्स गिरफ्तार हुआ है. 

अहमदाबाद पुलिस ने मेहुल शाह नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. शाह पर निजी फायदे के लिए फर्जी लेटरपैड बनाने और खुद को आईएएस अधिकारी होने का दावा करने का आरोप है. शिकायत मिलने के बाद अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई की और फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर घूम रहे शख्स को गिरफ्तार कर लिया. गुजरात में पहले भी फर्जी पीएमओ अधिकारियों के साथ फर्जी पुलिस अधिकारी भी पकड़े जा चुके हैं.


अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर जे. के. मकवाना के मुताबिक, मामले की जांच कार रेंटल का कारोबार करने वाले एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर की गई थी. आरोपी मेहुल शाह ने उनसे कार किराए पर लेने के लिए संपर्क किया. उसने खुद को राजस्व विभाग का निदेशक और आईएएस अधिकारी बताया. आरोपी ने शिकायतकर्ता को कार में सायरन और पर्दे लगाने के लिए गृह मंत्रालय, विज्ञान और अनुसंधान विभाग का एक फर्जी पत्र भी भेजा. मकवाना ने कहा कि आगे की जांच जारी है. आरोपी मेहुल शाह मूल रूप से मोरबी का रहने वाला है.


अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को आरोपियों के पास से कई सरकारी विभागों के नाम वाले दस्तावेज मिले हैं. पुलिस ने आरोपी का फोन समेत सारा सामान जब्त कर लिया है. पुलिस आरोपी के अन्य फोन, लैपटॉप और गैजेट्स की जांच कर रही है और आगे की जांच शुरू कर दी है कि उसने फर्जी आईएएस बनकर कितने लोगों को ठगा है. अहमदाबाद पुलिस यह भी तलाश कर रही है कि आरोपी को फर्जी आईएएस अफसर बनाने में और कितने लोग शामिल हैं. अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के मुताबिक, आरोपी ने खुद को साइंस एंड रिसर्च डेवलपमेंट डिपार्टमेंट का चेयरमैन होने का दावा किया था. आरोपी ने सबूत के तौर पर लेटरपैड भी पेश किए थे कि वह इस विभाग का प्रमुख था और अब उसकी गिरफ्तारी के बाद इन्हें जब्त कर लिया गया है.


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