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मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस के टक्कर से प्रभावित यात्रियों ने सुनाई आपबीती, स्पेशल ट्रेन से पहुंचे दरभंगा

Updated on: 14 October, 2024 03:49 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

हालांकि कई यात्री घायल हो गए, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. घटना के बाद, शनिवार सुबह यात्रियों को ले जाने के लिए एक विशेष ट्रेन रवाना हुई, जो अब बिहार के दरभंगा पहुंच गई है.

मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस ट्रेन और खड़ी मालगाड़ी के बीच शुक्रवार को हुई टक्कर के बाद शनिवार को चेन्नई के पास कवरापेट्टई में मरम्मत कार्य जारी है. (तस्वीर/पीटीआई)

मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस ट्रेन और खड़ी मालगाड़ी के बीच शुक्रवार को हुई टक्कर के बाद शनिवार को चेन्नई के पास कवरापेट्टई में मरम्मत कार्य जारी है. (तस्वीर/पीटीआई)

बागमती सुपरफास्ट एक्सप्रेस से जुड़ी घटना से प्रभावित यात्रियों को ले जा रही एक विशेष ट्रेन सोमवार सुबह दरभंगा पहुंच गई. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट  के अनुसार शुक्रवार को मैसूर से दरभंगा जा रही बागमती एक्सप्रेस तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले के कवराईपेट्टई रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई. हालांकि कई यात्री घायल हो गए, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. घटना के बाद, शनिवार सुबह चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन से सामान्य यात्रियों को ले जाने के लिए एक विशेष ट्रेन रवाना हुई, जो अब बिहार के दरभंगा पहुंच गई है.

रिपोर्ट के मुताबिक दरभंगा स्टेशन पर कई यात्रियों ने अपने भयावह अनुभव साझा किए और अपने बचने के लिए भगवान का आभार व्यक्त किया. उन्होंने इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान रेलवे अधिकारियों, स्थानीय प्रशासन और समुदाय के सदस्यों से मिले समर्थन की भी प्रशंसा की. घायल यात्री सुनील कुमार ने बताया, "दुर्घटना के समय मैं खाना खा रहा था और आराम कर रहा था. अचानक मुझे तेज झटका लगा और मैं अपनी सीट से गिर गया, बेहोश हो गया. दूसरों की मदद से मैं बाहर निकलने में कामयाब रहा. जब मुझे होश आया तो मेरे सिर और पैरों से खून बह रहा था. बाद में मेडिकल टीम ने हमारा इलाज किया." 


सुनील ने इस दृश्य को भयावह बताया, जिसमें एक कोच दूसरे के ऊपर चढ़ा हुआ था. उन्होंने बताया कि पैसे और टिकट सहित उनका सारा सामान भी खो गया. रिपोर्ट के अनुसार सोनी देवी, जो मेडिकल उपचार करवाकर लौट रही थीं, ने बताया, "हमने खाने का ऑर्डर दिया था और दुर्घटना होने पर उसका इंतजार कर रहे थे. हमारे कोच में लोग या तो अपने खाने का इंतजार कर रहे थे या फिर बातचीत कर रहे थे, तभी तेज आवाज हुई, जिससे अंदर अफरा-तफरी मच गई. लोग चिल्लाने लगे कि ट्रेन पलट गई है. हमारा कोच पटरी से उतर गया, लेकिन सौभाग्य से हमें कोई चोट नहीं आई. भगवान की कृपा से हमारे कोच में कोई भी घायल नहीं हुआ, हालांकि अन्य कोच में यात्री घायल थे." 


एक अन्य यात्री सीतारामन झा ने अपनी बाल-बाल बची हुई घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा, "हम भगवान की कृपा से बच गए. जब हम कोच से बाहर निकले, तो हमने देखा कि जान-माल का कोई खास नुकसान नहीं हुआ. रेलवे को नुकसान पहुंचा और यात्री घायल हो गए. कोच के अंदर अफरा-तफरी मच गई क्योंकि लोग समझ नहीं पा रहे थे कि क्या हुआ है. घायल यात्रियों को चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि जो सुरक्षित थे, उन्हें बागमती स्पेशल ट्रेन से दरभंगा भेजा गया." रिपोर्ट के मुताबिक घटना के बाद, रेलवे, पुलिस और अग्निशमन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के बचाव और राहत अभियान चलाने के लिए पहुंचने पर यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, रेलवे अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है. हालांकि दुर्घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन दरभंगा स्टेशन पर यात्रियों में डर का माहौल साफ देखा जा सकता है. 

सोमवार को सुबह 10:15 बजे तक, 16 यात्रियों ने सामान खोने की शिकायत दर्ज कराई थी. यह घटना चेन्नई-गुदुर सेक्शन पर पोन्नेरी और कवारैपेट्टई रेलवे स्टेशनों के बीच रात करीब 8:30 बजे हुई और इसके परिणामस्वरूप यात्री ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए. इस सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो गई, जिसके कारण दो ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और आधा दर्जन से अधिक अन्य ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाना पड़ा.


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