Updated on: 20 June, 2025 03:14 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पीएम मोदी ने 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित रेलवे लाइन परियोजना का उद्घाटन किया.
बिहार के सीवान में जनसभा को संबोधित करते प्रधानमंत्री मोदी. फोटो/पीटीआई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के सीवान जिले में 5,900 करोड़ रुपये से अधिक की 28 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित नई वैशाली-देवरिया रेलवे लाइन परियोजना का उद्घाटन किया और इस मार्ग पर एक नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई. पीएमओ की एक विज्ञप्ति के अनुसार, उत्तर बिहार में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री ने मुजफ्फरपुर और बेतिया के रास्ते पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
पीएम मोदी की बिहार यात्रा के दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार और अन्य नेता भी मौजूद थे. "मेक इन इंडिया - मेक फॉर द वर्ल्ड" के विजन को आगे बढ़ाते हुए, पीएम मोदी ने गिनी गणराज्य को निर्यात के लिए मरहोरा प्लांट में निर्मित एक अत्याधुनिक लोकोमोटिव को भी हरी झंडी दिखाई. यह इस कारखाने में निर्मित पहला निर्यात लोकोमोटिव है. वे उच्च-हॉर्सपावर इंजन, उन्नत एसी प्रणोदन प्रणाली, माइक्रोप्रोसेसर-आधारित नियंत्रण प्रणाली, एर्गोनोमिक कैब डिज़ाइन से लैस हैं और इसमें रीजनरेटिव ब्रेकिंग जैसी तकनीकें शामिल हैं.
इसमें कहा गया है कि गंगा नदी के संरक्षण और कायाकल्प के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री ने नमामि गंगे परियोजना के तहत 1800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले छह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का उद्घाटन किया, जो क्षेत्र के लोगों की जरूरतों को पूरा करेंगे. पीएम मोदी ने बिहार के विभिन्न शहरों में 3000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले जलापूर्ति, स्वच्छता और एसटीपी की आधारशिला भी रखी, जिसका उद्देश्य इन शहरों के नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है. पीएम ने बिहार में 500 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) की भी आधारशिला रखी.
मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, सीवान समेत राज्य के 15 ग्रिड सबस्टेशनों पर स्टैंडअलोन बीईएसएस लगाए जा रहे हैं. प्रत्येक सबस्टेशन में लगाई जाने वाली बैटरी की क्षमता 20 से 80 मेगावाट है. इससे वितरण कंपनियों को महंगी दरों पर बिजली खरीदने से बचाया जा सकेगा, क्योंकि पहले से संग्रहीत बिजली को वापस ग्रिड में भेजा जाएगा, जिसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा. प्रधानमंत्री ने बिहार में पीएमएवाई यू के 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त भी जारी की. उन्होंने पीएमएवाई यू के 6,600 से अधिक पूर्ण हो चुके घरों के गृह प्रवेश समारोह के अवसर पर कुछ लाभार्थियों को चाबियाँ सौंपी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT