Updated on: 26 September, 2024 08:28 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
ये सिस्टम दिल्ली, पुणे और कोलकाता में लगाए गए हैं.
लाइव स्ट्रीमिंग से स्क्रीनशॉट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को तीन परम रुद्र सुपरकंप्यूटर और हाई-परफॉरमेंस कंप्यूटिंग सिस्टम देश को समर्पित किए. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ये सिस्टम दिल्ली, पुणे और कोलकाता में लगाए गए हैं. पीएम मोदी ने कहा, "ये सुपरकंप्यूटर यह सुनिश्चित करने में एक लंबा रास्ता तय करेंगे कि भारत के वैज्ञानिकों को अत्याधुनिक सुविधाओं तक पहुंच मिले."
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रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने आगे कहा, "आज लॉन्च किए गए तीन सुपरकंप्यूटर भौतिकी, पृथ्वी विज्ञान और ब्रह्मांड विज्ञान से उन्नत शोध में मदद करेंगे." उन्होंने आगे बताया कि युवा दिमाग में वैज्ञानिक सोच पैदा करने के लिए स्कूलों में 10,000 अटल टिंकरिंग लैब स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा, STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) के लिए छात्रवृत्ति बढ़ा दी गई है. राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) की स्थापना देश को शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) और स्टार्टअप की बढ़ती कम्प्यूटेशनल जरूरतों को पूरा करने के लिए एक मजबूत सुपरकंप्यूटिंग बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए की गई थी. यह देश की कंप्यूटिंग शक्ति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपनी तरह की पहली पहल है.
राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन का प्रबंधन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है. रिपोर्ट के अनुसार इसे सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक), पुणे और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है.
ये सुपरकंप्यूटर मौसम और जलवायु, कम्प्यूटेशनल फ्लूइड डायनेमिक्स, बायोइनफॉरमैटिक्स और मैटेरियल साइंस जैसे डोमेन को पूरा करने वाले अनुप्रयोगों से लैस हैं. ये सिस्टम मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग फ्रेमवर्क पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) क्षमताएं प्रदान करते हैं, साथ ही क्लाउड सेवा के रूप में कंप्यूट और स्टोरेज भी प्रदान करते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा, "इस साल के बजट में 1 लाख करोड़ रुपये के शोध कोष की घोषणा की गई है ताकि भारत 21वीं सदी की दुनिया को सशक्त बना सके." रिपोर्ट के मुताबिक अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, पीएम मोदी ने देश की हालिया सफलताओं की ओर इशारा किया और कहा, "भारत का लक्ष्य 2035 तक `भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन` स्थापित करना है."
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