Updated on: 31 January, 2025 08:15 AM IST | Mumbai
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि जिन नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल भेजने की बात कही गई थी, उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया.
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. Pic/Ashish Raje
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने भाजपा पर करारा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि जिन नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल भेजने की बात की गई थी, उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान की याद दिलाई जिसमें उन्होंने 70,000 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले का मुद्दा उठाया था.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
राज ठाकरे ने कहा, "मोदीजी ने कहा था कि घोटालेबाजों को सलाखों के पीछे डालेंगे, लेकिन आज वे सत्ता में उनके साथ बैठे हैं. भाजपा ने कभी जिन नेताओं को भ्रष्ट कहा था, अब उन्हें मुख्यमंत्री और मंत्री बना दिया गया है."
"भ्रष्टाचार के आरोप लगे, फिर भी भाजपा में शामिल हुए"
उन्होंने कई नाम गिनाए—अजित पवार, जिन पर भाजपा ने सिंचाई घोटाले का आरोप लगाया था, लेकिन बाद में उन्हें उपमुख्यमंत्री बना दिया गया. राधाकृष्ण विखे पाटिल, हर्षवर्धन पाटिल, नारायण राणे जैसे नेता, जो कभी कांग्रेस में थे, अब भाजपा में मंत्री हैं. किरीट सोमैया, जो पहले इन नेताओं पर घोटालों के आरोप लगाते थे, अब चुप हैं.
"मुझे भाजपा नेताओं से मिलने पर सवाल, पर मैंने खुद को बेचा नहीं"
अपनी भाजपा नेताओं से मुलाकातों पर उठे सवालों का जवाब देते हुए ठाकरे ने कहा, "मैं नेताओं से मिलता हूं, लेकिन मैंने खुद को बेचा नहीं. मेरी मराठी पहचान कायम है."
चुनाव नतीजों पर सवाल
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजों पर ठाकरे ने संदेह जताया. उन्होंने कहा, "जिस तरह का जश्न मनाया जाना चाहिए था, वह नहीं मनाया गया. आरएसएस के कुछ लोग भी हैरान थे."
उन्होंने अजित पवार की एनसीपी और शरद पवार की एनसीपी के नतीजों में विसंगति पर सवाल उठाया. "लोकसभा में अजित पवार की पार्टी को सिर्फ एक सीट मिली, फिर विधानसभा में 42 सीटें कैसे जीत लीं?"
ठाकरे ने ठाणे के कल्याण ग्रामीण सीट का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके उम्मीदवार राजू पाटिल के गांव में 1,400 मतदाता हैं, जहां उन्हें हमेशा समर्थन मिलता था. लेकिन इस बार एक भी वोट नहीं मिला. उन्होंने पूछा, "यह संभव कैसे है?"
"रुख बदलने का आरोप मुझ पर, लेकिन सत्ता के लिए समझौते दूसरों ने किए"
ठाकरे ने कहा, "लोग कहते हैं कि मैं अपना रुख बदलता हूं, लेकिन देखिए, सत्ता में बैठे लोगों ने कितनी बार पाला बदला है. आज के मंत्रिमंडल में ज्यादातर नेता पहले शिवसेना और कांग्रेस में थे, लेकिन कोई उन पर सवाल नहीं उठाता."
आज ३० जानेवारी २०२५ रोजी मुंबईतील राज्य पदाधिकारी मेळाव्यात पदाधिकाऱ्यांशी आणि महाराष्ट्र सैनिकांशी संवाद साधला. त्या संवादातील महत्वाचे मुद्दे - https://t.co/qEyXlSNlVn
— Raj Thackeray (@RajThackeray) January 30, 2025
१) विधानसभा निकालानंतर मी प्रतिक्रिया दिली. त्यानंतर मी बोललो नाही याचा अर्थ मी शांत होतो असं नाही. विचार…
मनसे प्रमुख ने आंतरिक बदलाव का संकेत भी दिया. उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व से लेकर जमीनी स्तर तक नई आचार संहिता लागू की जाएगी ताकि पार्टी में अनुशासन बना रहे.
ADVERTISEMENT