होम > न्यूज़ > नेशनल न्यूज़ > आर्टिकल > राजस्थान सीमावर्ती जिलों में करेगा सुरक्षा ड्रिल, हरियाणा ने किया पूरे राज्य में अभ्यास का ऐलान

राजस्थान सीमावर्ती जिलों में करेगा सुरक्षा ड्रिल, हरियाणा ने किया पूरे राज्य में अभ्यास का ऐलान

Updated on: 28 May, 2025 10:37 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

ये अभ्यास हवाई हमलों और खतरों सहित विभिन्न युद्धकालीन परिदृश्यों का जवाब देने के लिए तत्परता का परीक्षण करेंगे.

प्रतीकात्मक तस्वीर

प्रतीकात्मक तस्वीर

राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों को बढ़ाने के लिए राजस्थान के चार सीमावर्ती जिलों और हरियाणा के सभी 22 जिलों में गुरुवार को अभ्यास किया जाएगा. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ये अभ्यास हवाई हमलों और सीमा सुरक्षा खतरों सहित विभिन्न युद्धकालीन परिदृश्यों का जवाब देने के लिए देश की तत्परता का परीक्षण करेंगे. गुरुवार को राजस्थान के चार सीमावर्ती जिलों जैसलमेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर और बीकानेर में इन उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए एक सुरक्षा अभ्यास आयोजित किया जाएगा. 

रिपोर्ट के मुताबिक अभ्यास के हिस्से के रूप में सायरन बजाया जाएगा और अधिकारी अपने नागरिक सुरक्षा प्रोटोकॉल का परीक्षण करेंगे. बाड़मेर की जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि नागरिक सुरक्षा अधिकारी पहले से ही अभ्यास की योजना बनाने में लगे हुए हैं. जैसलमेर, एक जिला जिसकी सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है, में अभ्यास को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है. अतिरिक्त जिला कलेक्टर पारस राम टोक ने उल्लेख किया कि जैसलमेर में सटीक समय और स्थान अभी तय नहीं किया गया है, लेकिन इन विवरणों को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक निर्धारित की गई है. इससे पहले 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के बाद राजस्थान के 28 शहरों में इसी तरह की सुरक्षा ड्रिल की गई थी, जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के प्रतिशोध में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. 7 मई के अभ्यास में हवाई हमलों पर प्रतिक्रिया करने के लिए नागरिकों और अधिकारियों की तैयारियों का परीक्षण किया गया, जिसमें हवाई हमले के सायरन सक्रिय किए गए और रात के दौरान ब्लैकआउट लगाया गया.


हरियाणा अपने सभी 22 जिलों में गुरुवार को शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक पैमाने पर नागरिक सुरक्षा ड्रिल, `ऑपरेशन शील्ड` का आयोजन करेगा. यह ड्रिल केंद्रीय गृह मंत्रालय के मार्गदर्शन में राज्य की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं का आकलन करने के लिए डिज़ाइन की गई है. रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा ने कहा कि ऑपरेशन शील्ड हवाई हमलों, ड्रोन हमलों और अन्य आपात स्थितियों सहित महत्वपूर्ण युद्धकालीन परिदृश्यों का अनुकरण करेगा. मिश्रा ने कहा कि इसका लक्ष्य नागरिक प्रशासन, रक्षा बलों और स्थानीय समुदायों के बीच समन्वय का परीक्षण और सुधार करना है.


अभ्यास में मुख्य भूमिका निभाने के लिए नागरिक सुरक्षा, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्वयंसेवकों को जुटाया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक अभ्यास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हवाई हमले के सायरन को सक्रिय करना और भारतीय वायु सेना से जुड़ी संचार हॉटलाइनों का परीक्षण करना होगा. 

इसके अतिरिक्त, राज्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के पास रात 8 बजे से 8.15 बजे तक नियंत्रित ब्लैकआउट करेगा, जिसमें अस्पताल और पुलिस स्टेशन जैसी आवश्यक आपातकालीन सेवाएँ शामिल नहीं होंगी. मिश्रा ने जोर देकर कहा कि यह अभ्यास घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आईआरएस) के अनुरूप है, जिसे हरियाणा ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत जनवरी 2023 में औपचारिक रूप से अपनाया था. जिला अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि अभ्यास सावधानीपूर्वक आयोजित किया जाए, जिसकी रिपोर्ट होम गार्ड के कमांडेंट जनरल और हरियाणा में नागरिक सुरक्षा निदेशक को सौंपी जाए.


अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK