Updated on: 21 October, 2025 10:47 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
मिठाई के डिब्बे कर्मचारियों ने कंपनी के गेट के सामने फेंककर अपना गुस्सा जाहिर किया.
वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट (चित्र: X)
दिवाली के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने इंटरनेट यूजर्स के बीच बहस छेड़ दी है. वीडियो में, हरियाणा के सोनीपत के गन्नौर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी अपने कार्यालय से दिवाली उपहार के रूप में सोन पापड़ी के डिब्बे मिलने से परेशान दिखाई दे रहे हैं. मिठाई के डिब्बे कर्मचारियों ने कंपनी के गेट के सामने फेंककर अपना गुस्सा जाहिर किया. वायरल वीडियो की इंटरनेट यूजर्स आलोचना कर रहे हैं और यूजर्स उनके खाने की बर्बादी और उसके मूल्य का सम्मान न करने के कृत्य की निंदा कर रहे हैं. सोन पापड़ी को सोशल मीडिया यूजर्स "घटिया" और "घृणित मिठाइयों" में से एक मानते हैं और हर साल सोन पापड़ी पर हजारों मीम्स बनाए और वायरल होते हैं.
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नीचे दी गई घटना में, कर्मचारी "सबसे ज्यादा नफरत की जाने वाली मिठाई, सोन पापड़ी" मिलने पर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. @WokePandemic ने वीडियो पोस्ट किया. पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को सोन पापड़ी नाम की एक मशहूर मिठाई दी. कर्मचारियों ने कंपनी के गेट पर सोन पापड़ी के डिब्बे फेंके. सोन पापड़ी इस अपमान की हक़दार है. सोन पापड़ी नाम की इस मिठाई के बारे में आपकी क्या राय है?" वीडियो में कर्मचारियों को गुस्से में कंपनी के गेट के सामने मिठाई के डिब्बे फेंकते हुए देखा जा सकता है. वे कंपनी से बाहर जा रहे दूसरे कर्मचारियों से भी दिवाली के तोहफ़े फेंकने का अनुरोध कर रहे हैं.
एक यूज़र ने लिखा, "जो कोई भी हिंदू त्योहार पर इस तरह अन्न का अपमान करता है, वह हिंदू नहीं है. अन्न माता अन्नपूर्णा है, हम उसकी पूजा करते हैं. अन्नपूर्णा, लक्ष्मी, काली सभी एक ही ईश्वर के रूप हैं. ये लोग दिवाली के बोनस के भी हकदार नहीं हैं. कोई भी नियोक्ता कानूनी तौर पर आपको दिवाली पर उपहार देने के लिए बाध्य नहीं है, यह सद्भावना का एक संकेत है."
एक अन्य उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, "फेंकना ठीक नहीं है. लेकिन प्रबंधन के प्रति गुस्सा होना चाहिए. खासकर डेस्क पर काम करने वालों को कर्मचारियों से कहीं ज़्यादा वेतन मिलता है और कर्मचारी ही उत्पाद बनाते हैं. इस तरह का व्यवहार सर्वविदित है - कुछ लोग इसे चौकीदार, दोस्तों को दे देते हैं या घर के कूड़ेदान में फेंक देते हैं." वहीं एक उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, "अगर आपको यह नहीं चाहिए, तो इसे न लें और न ही गरीबों को दान करें. खाना फेंकना भोजन का अपमान है, खासकर ऐसे देश में जहाँ लाखों लोग हर दिन भूख से मरते हैं. शर्मनाक!"
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