Updated on: 17 February, 2025 09:01 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
आज सुबह 5:56 बजे दिल्ली-एनसीआर में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में तेज़ झटके महसूस किए गए.
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राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाकों में आज सुबह 5:56 बजे भूकंप के तेज़ झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया. दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में कंपन इतनी तीव्र थी कि लोग घरों और इमारतों से घबराकर बाहर निकल आए. भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई, और इसका केंद्र नई दिल्ली था. नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी के अनुसार, यह भूकंप सतह से 5 किलोमीटर की गहराई में आया, जिससे झटके अधिक प्रभावी महसूस किए गए.
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सुबह-सुबह झटकों से सहमा एनसीआर
सुबह का समय होने के कारण अधिकतर लोग नींद में थे, लेकिन जैसे ही झटके महसूस हुए, घबराहट में कई लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों की ओर दौड़ पड़े. कुछ स्थानों पर बिल्डिंग्स और खिड़कियों में कंपन महसूस किया गया, जिससे लोग डर गए. देखें वीडियो-
अभी अभी दिल्ली में बहुत जबरदस्त भूकंप आया है।
— DIBYANSHU (@DIBYANSHU737634) February 17, 2025
रोंगटे खड़े हो गए BC ?#earthquake pic.twitter.com/d0s3lqb3fh
दिल्ली और उसका आसपास का क्षेत्र भूकंप के लिहाज से संवेदनशील जोन-4 में आता है, जहां मध्यम से उच्च तीव्रता वाले भूकंपों का खतरा हमेशा बना रहता है. हाल के वर्षों में, दिल्ली-एनसीआर में भूकंप की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जो इस क्षेत्र की संभावित भूकंपीय सक्रियता को दर्शाती हैं.
इतना ख़तरनाक भूकंप पहली बार देख रही हूँ। ?????#earthquake pic.twitter.com/WIYBpgLhO9
— jaatni (@diler_jaatni_) February 17, 2025
हालांकि, अब तक किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि की सूचना नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों ने एहतियात बरतने की सलाह दी है. भूकंप के झटकों के बाद स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा गया है. विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप आने पर घबराने की बजाय सुरक्षित स्थानों पर जाना चाहिए और भारी चीजों से दूर रहना चाहिए.
दिल्ली में भूकंप के बढ़ते खतरे
हाल के महीनों में दिल्ली-एनसीआर में लगातार छोटे-मोटे भूकंप महसूस किए जा रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र के लिए भूकंपीय गतिविधियों के बढ़ने का संकेत मिल रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली में भूकंप-रोधी संरचनाओं और जागरूकता अभियानों की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा है.
सवाल ये है – क्या दिल्ली बड़े भूकंप के लिए तैयार है?
दिल्ली जैसे घनी आबादी वाले शहर में इमारतों की भूकंप-रोधी क्षमता पर सवाल उठना लाज़मी है. क्या प्रशासन इससे निपटने के लिए तैयार है? क्या इमारतों को भूकंपरोधी बनाया जा रहा है? यह सवाल हर दिल्लीवासी के मन में है. आज का भूकंप भले ही छोटी तीव्रता का था, लेकिन यह एक चेतावनी है कि बड़ा झटका किसी भी वक्त आ सकता है.
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