Updated on: 18 November, 2024 01:22 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नेता किरीट सोमैया ने 250 करोड़ रुपये की कथित फर्जी लेन-देन का खुलासा करते हुए "वोट जिहाद" और रोहिंग्या बसाने की साजिश का आरोप लगाया.
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा नेता किरीट सोमैया ने "वोट जिहाद" और बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को मुंबई में बसाने को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. सोमैया ने दावा किया कि उत्तर भारत की फर्जी कंपनियों के 253 बैंक खातों से 250 करोड़ रुपये सिराज मोहम्मद नामक व्यक्ति के बेनामी खाते में स्थानांतरित किए गए. उन्होंने कहा कि यह धन हवाला के जरिए सूरत, अहमदाबाद और मुंबई में पहुंचा और महाराष्ट्र में 125 स्थानों पर उपयोग हुआ. सोमैया का आरोप है कि यह धन वोट जिहाद के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में कई शहरों में तलाशी ली है. अहमदाबाद में 13, सूरत में तीन, मालेगांव और नासिक में दो-दो और मुंबई में पांच स्थानों पर छापे मारे गए. ईडी अवैध धन और चुनाव में हेरफेर के संबंधों की जांच कर रही है. यह मामला महाराष्ट्र में चुनावों के माहौल को गरमा रहा है.
सोमैया ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि 1992-93 के मुंबई हमलों के दौरान बालासाहेब ठाकरे हिंदुओं की रक्षा के लिए खड़े हुए थे, लेकिन आज मुंबई पर रोहिंग्या मुसलमानों से खतरा है. उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2050 तक मुंबई की सिर्फ 54% आबादी हिंदू रह जाएगी. सोमैया ने आरोप लगाया कि ठाकरे परिवार हिंदू समाज को विभाजित कर रहा है.
#WATCH | Mumbai: BJP leader Kirit Somaiya says, "This is the difference between father and son. When Pakistan`s Dawood attacked Mumbai in 1992-93, then Balasaheb Thackeray stood to protect the Hindus. Mumbai is being attacked again today. According to Tata Institute`s report,… pic.twitter.com/l7hnSrthpS
— ANI (@ANI) November 18, 2024
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. महा विकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी, एनसीपी) सत्ता पर काबिज होने की कोशिश कर रही है, जबकि सत्तारूढ़ महायुति (भाजपा, शिवसेना शिंदे गुट, एनसीपी अजित पवार गुट) नियंत्रण बनाए रखने का प्रयास कर रही है.
ईडी की जांच और सोमैया के आरोपों ने चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है. इन विवादों के बीच सभी पार्टियां जनता को अपने पक्ष में करने की कोशिश में जुटी हुई हैं.
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