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अटारी सीमा पार करने की पर्यटकों ने टाली योजना, लोगों ने किया पीएम मोदी के फैसले का समर्थन

Updated on: 24 April, 2025 09:05 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

उन्होंने मंगलवार के हमले की भी निंदा की और सरकार के फैसले का समर्थन किया, उनमें से कुछ को रद्द करना पड़ा.

केंद्र सरकार ने सार्क वीज़ा छूट योजना को भी निलंबित कर दिया है, जिससे पाकिस्तानी नागरिकों को अपने देश लौटने के लिए 48 घंटे का समय मिल गया है. फोटो/पीटीआई

केंद्र सरकार ने सार्क वीज़ा छूट योजना को भी निलंबित कर दिया है, जिससे पाकिस्तानी नागरिकों को अपने देश लौटने के लिए 48 घंटे का समय मिल गया है. फोटो/पीटीआई

अमृतसर के स्थानीय लोगों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में अटारी एकीकृत चेक पोस्ट (ICP) को बंद करने के भारत सरकार के फैसले की सराहना की है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने मंगलवार के हमले की भी निंदा की और सरकार के फैसले का समर्थन किया, उनमें से कुछ को अपनी योजनाओं में देरी करनी पड़ी या उन्हें रद्द करना पड़ा.

रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान के एक पर्यटक सुरिंदर सिंह ने बताया कि वे पाकिस्तान में एक पारिवारिक शादी में शामिल होने के लिए सीमा पार करने की उम्मीद से अमृतसर आए थे, लेकिन अब योजना स्थगित कर दी गई है. उन्होंने कहा, "मैं आज अपने भाई की शादी के लिए पाकिस्तान जा रहा था, लेकिन अब इसे स्थगित कर दिया जाएगा. मेरी दादी और उनके चार बेटे पाकिस्तान में रहते हैं, और उनका एक बेटा भारत में रहता है. (पहलगाम में) पर्यटकों पर हमला बहुत गलत था."


सुरिंदर के एक रिश्तेदार शैतान सिंह ने अपनी योजनाओं के बारे में अनिश्चितता व्यक्त की. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने बताया, "आतंकवादियों ने जो किया है वह गलत है... हमें (पाकिस्तान) जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है क्योंकि सीमा बंद है... देखते हैं अब क्या होता है." केंद्र सरकार ने सार्क वीजा छूट योजना को भी निलंबित कर दिया है, जिससे पाकिस्तानी नागरिकों को अपने देश लौटने के लिए 48 घंटे का समय मिल गया है.


पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद जमील ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा कि "जिसका भी खून बहा है, वह गलत है. रिपोर्ट के मुताबिक जमील ने कहा, "खून किसी का भी बहे वो गलत है, चाहे वह मेरा हो या किसी और का, सबके दिल एक जैसे धड़कते हैं." वहीं, अमृतसर के व्यापारियों ने कहा कि हालांकि उनके कारोबार पर असर पड़ेगा, लेकिन वे इस फैसले को लेकर पीएम मोदी के साथ हैं. अटारी के एक व्यापारी ने कहा, "अटारी सीमा बंद होने से यहां के कारोबार पर निश्चित रूप से असर पड़ेगा... लेकिन जो घटना हुई है, वह भी बहुत गलत है."

एक अन्य व्यवसायी ने कहा कि पुलवामा में निर्दोष लोगों पर हमला गलत था, उन्होंने कहा, "पर्यटकों पर हमला गलत था. हम देश के साथ खड़े हैं. जिस हिसाब से मोदी जी देश चला रहे हैं, चलने दो. हम पीएम मोदी के फैसलों के साथ खड़े हैं." मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादियों द्वारा किए गए कायराना हमले में 26 लोग मारे गए. मंगलवार को पहलगाम के बैसरन मैदान में आतंकवादियों द्वारा किया गया यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमलों में से एक है, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए थे. 


यह हमला 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद क्षेत्र में सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक था. जवाब में, केंद्र सरकार ने बुधवार को अटारी आईसीपी को बंद करने की घोषणा की, भारत और पाकिस्तान में उच्चायोगों की संख्या घटाकर 30-30 अधिकारी कर दी और सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) वीजा को निलंबित कर दिया. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "अतीत में पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी एसवीईएस वीजा रद्द माने जाएंगे. एसवीईएस वीजा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय है."

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