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उद्धव ठाकरे गुट को झटका, विधानसभा अध्यक्ष ने शिंदे गुट के पक्ष में सुनाया फैसला

Updated on: 10 January, 2024 07:55 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

नार्वेकर ने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का गुट ही असली शिवसेना बताया.

Uddhav Thackeray and Eknath Shinde. File Pic

Uddhav Thackeray and Eknath Shinde. File Pic

Shiv Sena MLA Disqualification Result: महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बुधवार को शिवसेना विधायकों को अयोग्य ठहराने का फैसला सुनाते हुए सभी को चौका दिया. इस बार उम्मीद थी कि नार्वेकर उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से फैसल सुनाएंगे. नार्वेकर ने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का गुट ही असली शिवसेना बताया. फैसला सुनाते हुए राहुल नार्वेकर ने कहा, `साल 2022 में जब प्रतिद्वंद्वी गुट उभरे तो एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला गुट ही असली शिवसेना राजनीतिक दल था. जिसके चलते शिवसेना `प्रमुख`  के पास किसी भी नेता को पार्टी से निकालने की शक्ति नहीं है.

राहुल नार्वेकर ने आगे यह कहा, `साल 1999 का संविधान वही है जो प्रतिद्वंद्वी समूहों के जन्म से पहले शिवसेना ने चुनाव आयोग को सौंपा था. यहीं वजह है कि शिवसेना के 2018 के संविधान पर विचार करने की उद्धव ठाकरे गुट की दलील को स्वीकार नहीं किया जा सकता.`


मीडिया से बात करते हुए नार्वेकर ने बताया, `मेरे विचार में साल 2018 नेतृत्व संरचना (ईसीआई के साथ प्रस्तुत) शिवसेना संविधान के बिलकुल भी अनुसार नहीं थी. पार्टी संविधान के अनुसार शिवसेना पार्टी प्रमुख किसी को भी पार्टी से नहीं हटा सकते हैं. इसलिए जून साल 2022 में उद्धव ठाकरे द्वारा एकनाथ शिंदे को हटाना शिवसेना संविधान के आधार पर स्वीकार नहीं है.`



नार्वेकर ने आगे कहा, `शिवसेना (यूबीटी) गुट ने रिकॉर्ड पर कोई दस्तावेज नहीं रखी है या यह भी सुझाव नहीं दिया है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की कोई बैठक बुलाई गई थी जहां वास्तविक राजनीतिक पार्टी के बारे में कोई निर्णय लिया गया था.` यह फैसला आने के बाद उद्धव ठाकरे गुट के सदस्य नाराज है. उन्हें राहुल नार्वेकर के
फैसले से बहुत आश्चर्य नहीं हुआ है. क्योंकि शिवसेना विधायकों को अयोग्य ठहराने के फैसले से पहले विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बैठक की थी. इसके बाद आदित्य ठाकरे ने भी इसकी आलोचना की थी. 

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