Updated on: 14 September, 2025 10:46 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
एशिया कप क्रिकेट में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में विरोध जताया. उन्होंने इसे “राष्ट्रीय भावनाओं का अपमान” बताया और भारतीय सैनिकों के बलिदान का हवाला देते हुए पूरे महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन और मैच बहिष्कार का आह्वान किया.
X/Pics, ShivSena - शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray
एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार यानी आज होने वाला है. इस मैच को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर विरोध जताया. ठाकरे ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट खेलना “राष्ट्रीय भावनाओं का अपमान” है, क्योंकि भारतीय सैनिक सीमाओं पर अपने प्राणों की आहुति दे रहे हैं. उन्होंने पूरे महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की और जनता से मैच का बहिष्कार करने का आह्वान किया.
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ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह क्रिकेट मैच राष्ट्रीय भावनाओं का अपमान है. क्या हमें पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना चाहिए, जबकि हमारे सैनिक सीमा पर देश की रक्षा में अपनी जान दे रहे हैं?” उन्होंने इसे आतंकवाद और राष्ट्रभक्ति के मुद्दे के रूप में रखा. ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र सरकार की भी आलोचना की और कहा कि सरकार द्वारा क्रिकेट को देशभक्ति के बहाने पेश करना सही नहीं है.
पक्षप्रमुख मा. श्री. उद्धवसाहेब ठाकरे ह्यांची पत्रकार परिषद | मातोश्री, मुंबई - #LIVE https://t.co/OXjserqGzG
— ShivSena - शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) September 13, 2025
उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में अपने पिता और पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बीच हुई एक पुरानी मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि उनके पिता ने कहा था कि “जब तक पाकिस्तान से भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियाँ जारी रहेंगी, तब तक कोई क्रिकेट मैच नहीं खेला जाएगा.” ठाकरे ने इसे वर्तमान परिस्थितियों में प्रासंगिक बताया और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख दिखाना अब हमारी जिम्मेदारी है.
ठाकरे के बयान ने राजनीति और खेल जगत दोनों में हलचल मचा दी है. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह केवल एक क्रिकेट मैच नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रभक्ति और भारतीय सैनिकों के बलिदान का सम्मान करने का मामला है. उनके अनुसार, देशवासियों को अपने भावनाओं के अनुरूप कदम उठाना चाहिए और पाकिस्तान के खिलाफ खेल को चुनौतीपूर्ण समय में सामान्य खेल के रूप में नहीं देखना चाहिए.
शिवसेना प्रमुख ने आगे कहा कि राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित हों. उन्होंने महाराष्ट्र के नागरिकों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर अपनी आवाज़ उठाएँ और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट संदेश दुनिया के सामने रखें.
इस प्रकार, एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच के पहले उद्धव ठाकरे का यह विरोध स्वर राजनीतिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर चर्चा का केंद्र बन गया है, जो देशभक्ति और खेल के बीच संतुलन पर सवाल खड़ा करता है.
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