Updated on: 27 March, 2024 12:29 PM IST | mumbai
Ujwala Dharpawar
मनोज जारांगे के साथ चर्चा के बारे में बात करते हुए अंबेडकर ने कहा, परिवर्तन की राजनीति यानी ट्रांसफॉर्मेशन की राजनीति को नए सिरे से शुरू करने पर चर्चा हुई.
बची हुई सीटों की अंतिम सूची 2 तारीख तक घोषित की जाएगी.
Vanchit Bahujan Aaghadi: लोकसभा चुनाव को लेकर वंचित बहुजन आघाडी का फैसला हो गया है, वंचित बहुजन आघाडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने इसका ऐलान किया है. उन्होंने कहा, `कल मनोज जारांगे पाटिल से चर्चा हुई. विस्तृत चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि ओबीसी समुदाय को उम्मीदवारी नहीं दी जा रही है. ओबीसी से गठबंधन होगा, मुस्लिम समुदाय को उम्मीदवार बनाया जाएगा.` अकोला के होटल में हुई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रकाश अम्बेडकर के अलावा प्रदेश अध्यक्ष रेखा ठाकुर, वरिष्ठ नेता अशोक सोनोने, प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ मोकाले, प्रदेश उपाध्यक्ष दरिवर्धन पुंडकर, प्रदेश प्रवक्ता फारूक अहमद, महिला अघाड़ी प्रदेश महासचिव अरुंधति सिरसट, प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र पटोदे, जिला अध्यक्ष प्रमोद डेंडवे सहित प्रदेश पदाधिकारी और पदाधिकारी उपस्थित थे.
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मनोज जारांगे के साथ चर्चा के बारे में बात करते हुए अंबेडकर ने कहा, परिवर्तन की राजनीति यानी ट्रांसफॉर्मेशन की राजनीति को नए सिरे से शुरू करने पर चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों में अधिकतम संख्या गरीब समुदाय से होगी और उन्हें ही आगे लाया जाएगा. अंबेडकर ने कहा कि जो लोग स्वच्छ चरित्र के होंगे, गरीब होंगे और कुछ करने का प्रयास करेंगे, उन्हें उम्मीदवारी दी जायेगी. बची हुई सीटों की अंतिम सूची 2 तारीख तक घोषित की जाएगी. हम एक नया मोर्चा खड़ा कर रहे हैं, जो लोग हमारे साथ आना चाहते थे हम उन्हें बता रहे थे कि जारांगे पाटिल को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा, लेकिन वे इसे मानने के लिए तैयार नहीं थे. वंचित बहुजन आघाडी इसका इस्तेमाल वंशवाद को बचाने के लिए कर रही थी, जिसे हमने पूरी तरह से खारिज कर दिया है.`
अंबेडकर ने कहा कि महाराष्ट्र में हम मानते हैं कि वंचित और गरीब मराठों, मुसलमानों का एक नया आंदोलन है. हमें उम्मीद है कि समूह इस कदम का समर्थन करेगा. जारांगे पाटिल उन लोगों का समर्थन करते हैं जो पहले चरण में `वंचित` उम्मीदवार हैं. उन्हें अपने संगठन के माध्यम से और जनता के माध्यम से 30 तारीख को होने वाले चुनाव में कैसे भाग लेना चाहिए? और इसमें क्या भूमिका निभानी है? उन्होंने इस पर लोगों से फैसला मांगा है. अंबेडकर ने साफ कर दिया है कि 30 तारीख के बाद हम मिलकर कुछ सीटों पर फैसला करेंगे.
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