Updated on: 16 April, 2025 09:00 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में गांधी परिवार के खिलाफ ED की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने 16 अप्रैल को देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया है.
X/Pics, K C Venugopal
नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा अभियोजन शिकायत दर्ज किए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पार्टी ने इस मामले को राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए 16 अप्रैल को देशभर में विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की घोषणा की है.
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कांग्रेस पार्टी के अनुसार, यह प्रदर्शन केंद्र सरकार की उन कार्रवाइयों के खिलाफ है जिन्हें वह विपक्ष को दबाने के हथकंडे के रूप में इस्तेमाल कर रही है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि मोदी सरकार विपक्षी नेताओं को बदनाम करने और डराने की साजिश के तहत जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.
वेणुगोपाल ने बताया कि कांग्रेस 16 अप्रैल को देश के हर राज्य की राजधानी में स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालयों और जिला स्तर पर मौजूद केंद्र सरकार के संस्थानों के बाहर शांतिपूर्ण धरना और प्रदर्शन करेगी. उन्होंने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, और समर्थकों से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में इन प्रदर्शनों में भाग लें और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिशों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें.
The Modi-Shah regime’s vendetta against the Opposition knows no bounds. The witch hunt against Smt. Sonia Gandhi ji and LOP Sh. @RahulGandhi ji, using the frivolous, politically motivated & fabricated National Herald case, is a clear example of their attempt at intimidation and…
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) April 15, 2025
कांग्रेस का कहना है कि नेशनल हेराल्ड केस पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है और इसका उद्देश्य गांधी परिवार और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को परेशान करना है. पार्टी का यह भी आरोप है कि जब-जब चुनाव नजदीक आते हैं या जब सरकार पर किसी मुद्दे को लेकर दबाव बढ़ता है, तब-तब ऐसी जांचों को सामने लाया जाता है ताकि जनता का ध्यान भटकाया जा सके.
इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि वे इस लड़ाई को सड़कों से लेकर संसद तक लड़ेंगे और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह न तो डरने वाली है और न ही झुकने वाली.
इस राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के माध्यम से कांग्रेस केंद्र सरकार को यह संदेश देना चाहती है कि लोकतंत्र में असहमति और सवाल पूछना एक संवैधानिक अधिकार है, और उसे दबाया नहीं जा सकता.
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