होम > न्यूज़ > नेशनल न्यूज़ > आर्टिकल > इंग्लैंड में एक चाय वाले ने जब दूसरे चाय वाले पीएम मोदी को पिलाई चाय

इंग्लैंड में एक चाय वाले ने जब दूसरे चाय वाले पीएम मोदी को पिलाई चाय

Updated on: 27 July, 2025 01:06 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

ब्रिटेन के प्रतिष्ठित लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (एलएसई) से पढ़ाई करने वाले 2018 में वे भारत के लद्दाख दौरे पर गए थे.

अखिल पटेल, जिन्होंने यूनाइटेड किंगडम (यूके) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चाय परोसी थी

अखिल पटेल, जिन्होंने यूनाइटेड किंगडम (यूके) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चाय परोसी थी

एक आइडिया कैसे जिंदगी बदल सकता है, इसका बेहतरीन उदाहरण अखिल पटेल का है, जिन्होंने यूनाइटेड किंगडम (यूके) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चाय पिलाई. ब्रिटेन के प्रतिष्ठित लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (एलएसई) से पढ़ाई करने वाले अखिल पटेल डेटा एनालिस्ट थे. 2018 में वे भारत के लद्दाख दौरे पर गए थे. 

हिमालय की वादियों में घूमते हुए उन्होंने एक जगह चाय पी. चाय पीते-पीते उनके मन में ख्याल आया कि क्यों न लंदन में भी मसाला चाय का बिजनेस शुरू किया जाए? अगले ही साल उन्होंने एक चाय की कंपनी खोली. इसका नाम उन्होंने अमला टी रखा. अखिल पटेल इन दिनों ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चाय पिलाने को लेकर चर्चा में हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने खुद यह तस्वीर शेयर की है. अखिल पटेल का यह खास स्टॉल कीर स्टारमर के आवास चेकर्स पर लगाया गया था. नरेंद्र मोदी को मसाला चाय की एक कप चाय ऑफर करते हुए अखिल ने कहा कि एक चायवाला दूसरे चायवाले को चाय पिला रहा है. अखिल की इस बात पर मोदी और स्टारमर भी हंस पड़े.


एक अधिकारी ने बताया कि यूनाइटेड किंगडम (यूके) के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के तहत मूल स्थान के नियम भारत के ई-कॉमर्स निर्यात को सुगम बनाएंगे, क्योंकि 1,000 पाउंड से कम मूल्य की खेपों को मूल स्थान संबंधी दस्तावेज़ जमा करने से छूट दी गई है. अधिकारी ने यह भी बताया कि व्यापार समझौते में तीसरे देशों से आने वाले माल की चोरी रोकने के लिए प्रमाणीकरण और सत्यापन प्रक्रियाएँ शामिल हैं. इस समझौते पर गुरुवार को लंदन में हस्ताक्षर किए गए.


उन्होंने आगे कहा, "लगभग 99 व्यावसायिक क्षेत्रों को लाभ होगा, विशेष रूप से अत्यधिक श्रम-प्रधान क्षेत्रों को." उन्होंने सरकार से मादक पेय पदार्थों के लिए न्यूनतम आयात मूल्य निर्धारित करने या भारतीय बाजार में कम कीमत वाले उत्पादों के आगमन को रोकने के लिए डंपिंग-रोधी उपायों को लागू करने पर विचार करने का भी आग्रह किया.


अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK