माओवाद प्रभावित इस क्षेत्र में भारी सुरक्षा के बीच मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से जारी है. (स्टोरी- Vinod Menon)
68-गढ़चिरौली, 69-अहेरी और 67-आरमोरी विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर लोग बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए कतारबद्ध नजर आ रहे हैं.
चुनाव को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और राज्य पुलिस बल की 111 कंपनियों के साथ-साथ 16,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है.
367 अति-संवेदनशील मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई है. सी-60 कमांडो और सीआरपीएफ की 36 विशेष टुकड़ियां माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय हैं.
इसके अतिरिक्त, 130 अत्याधुनिक ड्रोन से हवाई निगरानी की जा रही है, और माओवादी खतरों से निपटने के लिए 5 एंटी-ड्रोन गन भी तैनात हैं.
मतदान केंद्रों तक कर्मियों और ईवीएम को सुरक्षित पहुंचाने के लिए भारतीय वायुसेना और गढ़चिरौली पुलिस के कुल 7 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं.
750 किलोमीटर के रोड ओपनिंग अभियान के तहत माओवाद प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.
170 आत्मसमर्पित माओवादी पहली बार मतदान कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल हुए हैं. चुनाव सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने डाक मत का उपयोग कर लोकतंत्र में अपनी भूमिका निभाई है.
पुलिस अधीक्षक श्री नीलोत्पल ने जिले के सभी नागरिकों से भयमुक्त होकर मतदान करने की अपील की है.
गढ़चिरौली प्रशासन और सुरक्षा बल की तैयारियों ने मतदान प्रक्रिया को सुचारू और शांतिपूर्ण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. जनता के उत्साह और सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से गढ़चिरौली में लोकतंत्र का पर्व सफलतापूर्वक संपन्न हो रहा है.
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