प्रतिमा अनावरण के बाद आयोजित सभा में उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर कड़ा हमला बोला.
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "25 साल तक बीजेपी के साथ गठबंधन में रहने के बावजूद शिवसेना ने अपनी पहचान और विचारधारा नहीं बदली. ऐसे में, साढ़े 4 साल में शिवसेना कांग्रेस कैसे बन जाएगी?"
उन्होंने बीजेपी के हिंदुत्व पर सवाल उठाते हुए इसे ‘दिखावटी’ करार दिया और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से पूछा, "क्या वे बीजेपी के इस नकली हिंदुत्व से सहमत हैं?"
उद्धव ठाकरे ने युवा सेना की उपलब्धियों की भी चर्चा की. उन्होंने गर्व से बताया कि युवा सेना ने मुंबई विश्वविद्यालय के सीनेट चुनाव में 10 में से 10 सीटें जीत लीं.
ठाकरे ने कहा कि यह जीत इसलिए मुमकिन हो पाई क्योंकि इन चुनावों में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का इस्तेमाल नहीं किया गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव को टालने की कोशिश की गई थी, लेकिन अदालत ने हस्तक्षेप किया और अंततः युवा सेना की जीत सुनिश्चित हुई.
सभा में ठाकरे ने अपने आगामी राजनीतिक कार्यक्रमों का भी जिक्र किया.
उन्होंने कहा कि दशहरे के बाद वे राज्य का दौरा शुरू करेंगे ताकि जनता से सीधे संवाद कर सकें.
साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिवसेना की परंपरागत दशहरा सभा इस साल भी मुंबई के शिवाजी पार्क में ही आयोजित होगी, जो उनकी पार्टी और उनके समर्थकों के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है.
इस आयोजन के माध्यम से उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर बीजेपी और उसके हिंदुत्व के खिलाफ अपना रुख स्पष्ट किया,
साथ ही शिवसेना के जनाधार और उसके मूल्यों को मजबूत करने की बात भी कही.
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