जीत के बाद नितेश राणे का माथा गुलाल से सराबोर दिखा.
जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “कणकावली, देवगढ़ और वैभववाड़ी के लोगों ने मुझे तीसरी बार सेवा का मौका देकर अपना विश्वास दिखाया है.
उन्होंने आगे कहा, `मैंने 262 गांवों का दौरा किया और महसूस किया कि यह क्षेत्र पूरी तरह से हिंदुत्व की भावना से ओतप्रोत है. देवेन्द्र जी (देवेंद्र फडणवीस) ने इसे धर्मयुद्ध कहा था, और यह वास्तव में भगवा बनाम फतवा की लड़ाई थी. इस बार भगवा ने न सिर्फ कणकावली बल्कि पूरे महाराष्ट्र में जीत हासिल की है.”
चुनाव परिणामों के दौरान आठवें राउंड की समाप्ति पर ही नितेश राणे को 20,000 से अधिक वोटों की बढ़त मिल चुकी थी.
जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ी, यह बढ़त बढ़कर 58,000 से अधिक हो गई. राणे ने आत्मविश्वास जताते हुए कहा कि 24वें राउंड तक यह बढ़त 60,000 से कम नहीं होगी. उन्होंने इसे सिंधुदुर्ग जिले में महायुति की ताकत का प्रमाण बताया.
राणे ने अपनी जीत के साथ-साथ महायुति के लिए जिले की अन्य सीटों पर भी जीत का दावा किया. उन्होंने कहा, “सिंधुदुर्ग जिला महायुति का गढ़ है. हम कणकावली, कुडाल और सावंतवाड़ी, तीनों सीटों पर जीत हासिल करेंगे.”
यह जीत सिर्फ नितेश राणे के लिए नहीं, बल्कि बीजेपी के लिए भी एक बड़ी राजनीतिक कामयाबी है. यह साफ तौर पर दिखाता है कि कणकावली की जनता ने पार्टी की नीतियों और हिंदुत्व के मुद्दे को समर्थन दिया है.
कणकावली में बीजेपी की यह जीत आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति पर गहरा प्रभाव डाल सकती है.