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चिन्मय दास की गिरफ्तारी पर भारत के बयान के बाद बोला बांग्लादेश- `चाहे कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा`

Updated on: 27 November, 2024 06:08 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

इस बीच, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में सलाहकार आसिफ महमूद शोजिब भुइया ने कहा कि चिन्मय दास को देशद्रोह के आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया गया है.

फाइल फोटो

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बांग्लादेश में हिंदू पुजारी और इस्कॉन के पूर्व अध्यक्ष चिन्मय कृष्णदास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी पर हंगामा मचा हुआ है. इस मामले में भारत ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है जिस पर बांग्लादेश ने प्रतिक्रिया दी है. इस बीच, बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार में युवा और खेल मंत्रालय के सलाहकार आसिफ महमूद शोजिब भुइया ने कहा कि चिन्मय दास को हिंदू समुदाय के नेता के रूप में नहीं बल्कि देशद्रोह के आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया गया है. मंगलवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए आसिफ महमूद ने कहा, ``बांग्लादेश की संप्रभुता और स्वतंत्रता को खतरा पहुंचाने वाले देशद्रोह के किसी भी कृत्य के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी.` हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि ऐसी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को, चाहे वह कोई भी नेता हो, बख्शा नहीं जाएगा".

शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की खबरें आती रही हैं. हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. चिन्मय कृष्ण दास हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने का काम कर रहे हैं. इसी बीच उसे गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी पर आसिफ महमूद ने कहा कि कानून सांप्रदायिक हित के आधार पर नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर काम करता है. चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार को ढाका एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया. उनकी गिरफ्तारी से बांग्लादेशी हिंदुओं में आक्रोश फैल गया और कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए. 


भारत ने मंगलवार को दास की गिरफ्तारी पर एक बयान जारी कर कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने वाले अपराधियों के बजाय शांतिपूर्ण बैठकों के माध्यम से वैध मांग उठाने वाले एक हिंदू पुजारी के खिलाफ देशद्रोह का आरोप लगाया गया है. हम उन हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर भी चिंतित हैं जो चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के खिलाफ शांतिपूर्वक विरोध कर रहे थे. हम बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं". भारत के बयान के बाद बांग्लादेश ने भी बयान जारी कर कहा कि कुछ हलकों में चिन्मय दास की गिरफ्तारी का गलत मतलब निकाला गया है. बयान में कहा गया है कि भारत का बयान बेबुनियाद और दोस्ती की भावना के खिलाफ है.


बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ``यह बेहद निराशा और गहरे दुख के साथ है कि चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को कुछ हलकों में गलत समझा गया है.`` चिन्मय कृष्ण दास को विभिन्न आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है. बांग्लादेश सरकार का मानना है कि इस तरह के बेबुनियाद बयान न सिर्फ तथ्यों को गलत तरीके से पेश करते हैं बल्कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच दोस्ती और आपसी समझ की भावना के भी खिलाफ हैं. मंत्रालय ने आगे कहा, ``भारत का बयान बांग्लादेश में सभी धर्मों के लोगों के बीच मौजूद सद्भाव और प्रतिबद्धता और इस संबंध में सरकार और लोगों के प्रयासों को प्रतिबिंबित नहीं करता है.``


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