Updated on: 12 March, 2025 06:08 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अपहरण के बाद बीएलए ने नागरिकों, महिलाओं और बच्चों को रिहा कर दिया था, हालांकि सेना के जवान, खुफिया एजेंसी के अधिकारी और सरकारी कर्मचारी अभी भी बंधक बने हुए हैं.
पाकिस्तान में ट्रेन अपहरण के बाद की तस्वीरें (सौजन्य: सोशल मीडिया)
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने मंगलवार 11 मार्च 2025 को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में 500 से अधिक यात्रियों को ले जा रही एक ट्रेन का अपहरण कर लिया. ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने इस ट्रेन अपहरण कांड को लेकर भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अपहरण के बाद बीएलए ने नागरिकों, महिलाओं और बच्चों को रिहा कर दिया था, हालांकि पाकिस्तानी सेना के जवान, खुफिया एजेंसी के अधिकारी और सरकारी कर्मचारी अभी भी बंधक बने हुए हैं. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है और ट्रेन को पटरी से उतारने का दावा किया है. बलूच विद्रोहियों ने 500 से अधिक यात्रियों को बंधक बनाने का भी दावा किया है.
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रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने बलूचिस्तान ट्रेन हाईजैक घटना को लेकर भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं. राणा सनाउल्लाह ने दावा किया कि ``इस हमले के पीछे भारत का हाथ है.`` उन्होंने कहा, ``भारत ये हमले के ऑपरेशन अफगानिस्तान के अंदर से चला रहा है.`` जब पत्रकारों ने उनसे पूछा, "क्या तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और बलूच विद्रोहियों के बीच कोई संबंध है? क्या टीटीपी बलूच का समर्थन करता है?" जिसके जवाब में राणा सनाउल्लाह ने कहा, ``भारत ये सब कर रहा है, इसमें कोई शक नहीं है. इसके बाद बलूच विद्रोहियों को अफगानिस्तान में सुरक्षित पनाहगाह मिल जाती है.”
राणा सनाउल्लाह ने आगे कहा, “अफगानिस्तान में बैठकर वे हर तरह की साजिशें रचते हैं. पाकिस्तान के दुश्मन सक्रिय हैं और अब इसमें कोई दो राय नहीं है. यह न तो कोई राजनीतिक मुद्दा है और न ही किसी एजेंडे का हिस्सा है और यह एक साजिश है.” रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ``हां, भारत तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) दोनों का समर्थन कर रहा है.``
अधिकारियों के मुताबिक, जफर एक्सप्रेस के नौ डिब्बों में करीब 500 यात्री सवार थे. ट्रेन क्वेटा से खैबर-पख्तूनख्वा में पेशावर जा रही थी, तभी गुडालार और पीरू कोनेरी के बीच एक सुरंग में उस पर गोलीबारी की गई. रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेन को हाईजैक करने के बाद पाकिस्तानी सेना ने उसे छुड़ाने की कोशिश की, हालांकि बीएलए ने सरकार को खुली चेतावनी दी कि अगर उन्होंने कोई कार्रवाई की तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा. ऐसे में पाकिस्तानी सेना और सरकार इस मसले को सुलझाने में नाकाम साबित हो रही है, जिसके चलते अब वो भारत पर ऐसे बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.
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