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लंदन की सड़कों पर पान-तंबाकू की पीक, भारतीयों को ठहराया दोषी

Updated on: 04 August, 2025 08:55 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

रेनर्स लेन के लोगों का कहना है कि ये दाग पान और तंबाकू की दुकानों के आसपास ज्यादा हैं.

वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट (छवि सौजन्य: सोशल मीडिया)

वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट (छवि सौजन्य: सोशल मीडिया)

लंदन की सड़कों पर तंबाकू और पान के थूक के दागों का एक वीडियो वायरल हो रहा है. ये दाग रेनर्स लेन से लेकर नॉर्थ हैरो तक के इलाकों में देखे गए. वीडियो में कूड़ेदान, फुटपाथ और सड़कों पर लाल धब्बे दिखाई दे रहे हैं. रेनर्स लेन के लोगों का कहना है कि ये दाग पान और तंबाकू की दुकानों के आसपास ज्यादा हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों ने नॉर्थ हैरो में एक नई पान की दुकान के खिलाफ याचिका दायर की है. उन्हें चिंता है कि इससे पान चबाने और थूकने की समस्या बढ़ जाएगी. इससे पहले, 2019 में, लीसेस्टर सिटी पुलिस ने अंग्रेजी और गुजराती में चेतावनी बोर्ड लगाए थे. इस पर लिखा था, "पान की थूकना गंदा और असामाजिक है. इससे जुर्माना हो सकता है." 

नियमों का उल्लंघन करने पर 150 पाउंड (करीब 12,525 रुपये) का जुर्माना लगाया गया था. 2014 में, ब्रेंट काउंसिल ने पान के दाग साफ करने के लिए 20,000 पाउंड (करीब 21 लाख रुपये) खर्च किए थे. 2009 में, वेम्बली हाई रोड पर पान थूकने की समस्या बढ़ गई थी, जिसके बाद परिषद को कार्रवाई करने के लिए कहा गया था. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद, कुछ लोगों ने अपना गुस्सा ज़ाहिर किया और इसके लिए ख़ास तौर पर भारतीय समुदाय को ज़िम्मेदार ठहराया.


उन्होंने इसके लिए ख़ास तौर पर भारतीय समुदाय को ज़िम्मेदार ठहराया. एक व्यक्ति ने टिप्पणी की, "गुजराती और पंजाबी लोग ब्रिटेन में परेशानी पैदा कर रहे हैं." एक अन्य ने लिखा कि किसी और को भारत की छवि खराब करने की ज़रूरत नहीं है, हमारे लोग पूरी दुनिया में ऐसा कर रहे हैं. इसलिए, भारतीय पासपोर्ट की गरिमा कम हो रही है. एक अन्य टिप्पणी में व्यंग्यात्मक रूप से कहा गया, "अंग्रेजों ने भारत पर कब्ज़ा किया, अब भारतीय ब्रिटेन पर कब्ज़ा कर रहे हैं."


इससे पहले, 2019 में, लीसेस्टर सिटी पुलिस ने अंग्रेज़ी और गुजराती में चेतावनी बोर्ड लगाए थे. इन पर लिखा था, "पान की जासूसी करना गंदा और असामाजिक है." इसके लिए आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है.` नियमों का उल्लंघन करने पर 150 पाउंड (करीब 12,525 रुपये) का जुर्माना लगाया गया था. 2014 में, ब्रेंट काउंसिल ने पान के दागों को साफ करने के लिए 20,000 पाउंड (करीब 21 लाख रुपये) खर्च किए थे. 2009 में वेम्बली हाई रोड पर पान थूकने की समस्या बढ़ गई थी, जिसके बाद काउंसिल से कार्रवाई की मांग की गई थी. इसे ध्यान में रखते हुए, इस समस्या पर अंकुश लगाने के लिए कुछ कदम उठाए गए.


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