Updated on: 20 July, 2025 11:25 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने बीजेपी सरकार के दोहरे रवैये पर सवाल उठाए हैं, खासकर पाकिस्तान के साथ क्रिकेट और हॉकी खेलने को लेकर.
X/Pics, Aaditya Thackeray
बीजेपी सरकार ने हाल ही में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने की अनुमति दे दी है, साथ ही एशिया कप में भी पाकिस्तान के साथ हॉकी और क्रिकेट खेलने पर सहमति दी है. इस फैसले पर जहां एक ओर सरकार अपनी राजनीति चमका रही है, वहीं दूसरी ओर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता और युवासेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने सरकार के इस दोहरे रवैये का तीखा विरोध किया है.
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आदित्य ठाकरे ने इस मुद्दे को लेकर एक्स (Twitter) पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बीजेपी सरकार को घेरा और सवाल उठाया कि किस तरह से बुनियादी ढांचे के कामों का नाम बदलकर "सिंदूर" रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की राजनीति और रैलियाँ अब "सिंदूर" के इर्द-गिर्द घूम रही हैं, जबकि देश में आतंकवादियों के मुद्दे पर सरकार पूरी तरह से नकारात्मक रवैया अपनाए हुए है.
Infrastructure works are being named and renamed “Sindoor”…
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) July 19, 2025
Rallies and BJP’s politics is banking around “Sindoor”…
The terrorists involved in that massacre- the Union Government is clueless how they came in and what’s worse, they don’t know where they’ve gone!
And instead… pic.twitter.com/6QeXaU0ZgA
आदित्य ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा, "वह नरसंहार में शामिल आतंकवादी, केंद्र सरकार को यह भी नहीं पता कि वे कैसे आए और इससे भी बुरी बात यह है कि उन्हें यह भी नहीं पता कि वे कहाँ गए!" उनका आरोप था कि जब तक पाकिस्तान अपनी आतंकवादी गतिविधियाँ बंद नहीं कर देता, तब तक उसकी क्रिकेट और हॉकी से जुड़ी गतिविधियों का समर्थन करना सरकार की संजीदगी पर सवाल उठाता है.
आदित्य ठाकरे ने और भी कड़ी टिप्पणी की, "जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करता है, तब तक उसका बहिष्कार क्यों नहीं किया जा रहा?" उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को @BCCI द्वारा पाकिस्तान के साथ "लीजेंड्स" क्रिकेट मैच खेलने में कोई आपत्ति नहीं है, जबकि यही सरकार देशभक्ति के प्रमाणपत्र बाँटने में कोई कसर नहीं छोड़ती.
आदित्य ठाकरे के इस पोस्ट ने बीजेपी सरकार के दोहरे रवैये को उजागर किया और समाज में बहस का नया मुद्दा पैदा किया है. यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि सरकार अपने राजनीतिक फायदे के लिए पाकिस्तान के साथ खेलों के संबंधों को बढ़ावा दे रही है, जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद पर उनकी नीतियाँ और भी कमजोर होती जा रही हैं. आदित्य ठाकरे ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला करते हुए सवाल उठाया है कि देश में आतंकवाद को लेकर सरकार की नीति क्यों ढीली है, और क्यों पाकिस्तान के साथ खेलों के संबंधों पर विचार करते समय उसकी आतंकवादी गतिविधियों को नजरअंदाज किया जा रहा है. यह दोहरा रवैया न केवल सरकार की छवि को धक्का पहुँचाता है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भी गंभीर सवाल उठाता है.
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