Updated on: 01 October, 2025 12:57 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 69 रन बनाने वाले तिलक वर्मा ने अपनी शानदार पारी में धैर्य बनाए रखने के लिए अपने बचपन के कोच सलाम बयाश को श्रेय दिया.
Pic/Bayash’s Instagram
भारतीय क्रिकेट के नए सुपरस्टार तिलक वर्मा ने एशिया कप की सफलता के बाद सोमवार को लीगला क्रिकेट अकादमी में हुए भव्य स्वागत में स्वदेश लौटने पर अपने कोच सलाम बयाश को पूरा श्रेय दिया.
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दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में वर्मा की नाबाद 53 गेंदों में 69 रनों की पारी उनके अदम्य धैर्य का परिणाम थी, जिसका श्रेय उन्होंने बयाश को दिया. वर्मा ने मंगलवार को मिड-डे को बताया, "मैं बहुत घबराया हुआ था क्योंकि मेरे दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था. हमने शुरुआत में ही तीन विकेट गंवा दिए थे. मेरे लिए ज़रूरी था कि मैं पाकिस्तानी खिलाड़ियों की स्लेजिंग से विचलित न होऊँ क्योंकि मुझे देश के हित को ध्यान में रखना था. मैं कोई भी मूर्खतापूर्ण गलती नहीं करना चाहता था. इसलिए, मुझे अपने कोच [बयाश] की याद आई, जो बचपन से ही मुझे शांत रहने की सलाह देते रहे हैं. मैंने वैसा ही किया और अपने बल्ले से बात की. मैंने खुद से कहा कि जब तक मैं भारत के लिए मैच नहीं जीत लेता, तब तक मैं [स्लेजिंग का] जवाब नहीं दूँगा."
22 वर्षीय इस खिलाड़ी ने लेलागा क्रिकेट अकादमी के प्रबंध निदेशक पृथ्वी रेड्डी का भी आभार व्यक्त किया. वर्मा ने आगे कहा, "पृथ्वी रेड्डी ने एक क्रिकेटर के रूप में मेरे शुरुआती दिनों से ही मेरा हमेशा साथ दिया है. आज मैं जो कुछ भी हूँ, इन दोनों [रेड्डी और बयाश] की वजह से हूँ. मैंने देखा है कि विराट कोहली अपने कोचों का कितना सम्मान करते हैं. मैं अपने कोचों का सम्मान करके उनके नक्शेकदम पर चल रहा हूँ."
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