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भारत और वेस्टइंडीज टेस्ट में बड़ा विवाद, फंसे यशस्वी पर गेंद फेंकने वाले गेंदबाज

Updated on: 13 October, 2025 06:23 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

इस बीच, भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान आईसीसी ने वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज जेडन सील्स पर बड़ी कार्रवाई की है.

वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज जेडन सील्स ने गुस्से में यशस्वी जायसवाल पर फेंकी गेंद

वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज जेडन सील्स ने गुस्से में यशस्वी जायसवाल पर फेंकी गेंद

भारत और वेस्टइंडीज के बीच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दूसरा टेस्ट मैच चल रहा है. आज मैच का चौथा दिन है और ऐसा लग रहा है कि भारत जीत के करीब है. दो मैचों की इस टेस्ट सीरीज में भारत पहले ही 1-0 से आगे चल रहा है. इस बीच, भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान आईसीसी ने वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज जेडन सील्स पर बड़ी कार्रवाई की है. भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरे टेस्ट मैच के दौरान एक विवादास्पद घटना ने सबका ध्यान खींचा. वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज जेडन सील्स ने गुस्से में यशस्वी जायसवाल पर गेंद फेंकी. इसके जवाब में, आईसीसी ने अब सील्स को लेवल 1 आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया है और उन पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया है. साथ ही उन्हें एक डिमेरिट अंक भी दिया है.

यह घटना भारत की पहली पारी के 29वें ओवर में हुई. जेडन सील्स जब गेंदबाजी कर रहे थे, तब यशस्वी जायसवाल ने एक शॉट मारा और गेंद जेडन के हाथों में चली गई. इसके बाद जेडन ने गुस्से में वही गेंद यशस्वी जायसवाल की ओर फेंक दी. यशस्वी जायसवाल ने मैदान पर जेडन की इस हरकत पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. हालाँकि, अब आईसीसी ने जेडन के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है.  आईसीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सील्स ने आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.9 का उल्लंघन किया है. 


इस नियम के अनुसार, किसी खिलाड़ी पर या उसके पास अनुचित या खतरनाक तरीके से गेंद या कोई अन्य वस्तु फेंकना गैरकानूनी है. सील्स ने अपना बचाव करते हुए कहा कि वह केवल बल्लेबाज को रन आउट करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वीडियो को कई कोणों से देखने के बाद, मैच रेफरी ने निष्कर्ष निकाला कि बल्लेबाज क्रीज के अंदर था और थ्रो खेल भावना के अनुरूप नहीं था. इसलिए, इसे "अनावश्यक थ्रो" माना गया.



आईसीसी ने सील्स को आचार संहिता के लेवल 1 उल्लंघन का दोषी पाया और उन पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया. उन्हें एक डिमेरिट अंक भी दिया गया. इस जुर्माने के साथ, सील्स के अब कुल दो डिमेरिट अंक हो गए हैं. यदि कोई खिलाड़ी 24 महीने की अवधि में चार या अधिक डिमेरिट अंक जमा करता है, तो उसे प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है. आईसीसी ने चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


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