Updated on: 22 December, 2024 05:45 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पहली पारी में 11 रन पर आउट होने के बाद ट्रैविस हेड ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अहम भूमिका निभाई थी, जिसे मेजबान टीम ने 10 विकेट से जीता था.
रवि शास्त्री। तस्वीर/एएफपी
रवि शास्त्री का मानना है कि शॉर्ट बॉल को जल्दी परखने की ट्रैविस हेड की क्षमता मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उनकी सफलता का कारण है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने आगे कहा कि टीम इंडिया को "सिरदर्द" के लिए मरहम चाहिए. पहली पारी में 11 रन पर आउट होने के बाद ट्रैविस हेड ने अगले तीन मैचों में 89, 140 और 152 रन बनाए. उन्होंने गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए अहम भूमिका निभाई थी, जिसे मेजबान टीम ने 10 विकेट से जीता था.
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रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसी रिव्यू पर शास्त्री ने कहा, "मुझे लगता है कि वह (हेड) बहुत स्मार्ट है. मैंने उसे तीन साल पहले जो देखा था, उससे लगता है कि उसमें बहुत सुधार हुआ है. खास तौर पर जिस तरह से वह शॉर्ट बॉल खेलता है. वह इसे छोड़ने के लिए तैयार रहता है. उसने कई बार इसे अच्छी तरह से छोड़ना सीख लिया है." भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा कि डिलीवरी की लाइन और लेंथ को जल्दी से परखने की ट्रैविस हेड की क्षमता उसे सही स्ट्रोक खेलने का समय देती है.
शास्त्री ने कहा, "यह हमेशा शॉर्ट डिलीवरी पर बड़ा शॉट नहीं होता है जो उनकी बगल या किसी और चीज पर कोण बनाता है. वह या तो इसे राइड करने या बड़े शॉट लगाने के लिए तैयार रहते हैं. और अगर गेंद मिडिल, मिडिल और ऑफ पर होती है, तो वह इसे स्क्वायर के सामने भी मारते हैं." भारतीय दिग्गज ने आगे कहा कि जब वह लय में होते हैं, तो हेड को रोकना मुश्किल होता है. "वह लेंथ को बहुत अच्छी तरह से पकड़ लेते हैं. यह उनकी सबसे बड़ी ताकत है. और उनके पास ऑफसाइड के लिए एक शानदार ब्लेड है. इसलिए उन्हें रोकना मुश्किल है. और वह अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं." रवि शास्त्री ने ट्रैविस को "सिरदर्द" करार दिया और भारत को एक मरहम की तलाश है. "वे भारत में बाम की तलाश कर रहे हैं. पैर की समस्याओं, टखने की समस्याओं (और) यहां तक कि सिरदर्द के लिए भी वे बाम की तलाश कर रहे हैं. वह इसके लिए आदर्श हैं."
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने शास्त्री ने कहा कि हेड की बल्लेबाजी कौशल ने उनके साफ दिमाग की झलक दिखाई. उन्होंने बिल्कुल यही (साफ दिमाग) दिखाया. और उनके साथ बात यह है कि उनकी मानसिकता बिल्कुल साफ है. कोई अस्पष्ट मानसिकता नहीं है. वह स्थिति के बारे में बहुत स्पष्ट हैं. यह मेरी ताकत है. रवि शास्त्री ने कहा, "मैं इसी तरह से खेलने जा रहा हूं. हां, मैं खेल की स्थिति पर नजर रखूंगा. मैं चौथे गियर से तीसरे गियर में जा सकता हूं. लेकिन एक बार जब मेरी नजरें टिक जाती हैं तो मैं हमेशा तीसरे और चौथे गियर में रहूंगा."
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