पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 147 रनों का लक्ष्य रखा. भारतीय गेंदबाजों ने शुरू से ही दबाव बनाए रखा और विपक्षी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया.
तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और जसप्रीत बुमराह ने शानदार लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करते हुए शुरुआती विकेट झटके.
स्पिनर कुलदीप यादव ने भी बीच के ओवरों में किफायती गेंदबाजी कर रन गति पर अंकुश लगाया. नतीजतन, पाकिस्तान 150 के पार भी नहीं जा सका.
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत थोड़ी लड़खड़ाई. कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल जल्दी पवेलियन लौट गए, जिससे स्टेडियम में मौजूद दर्शकों में हल्की चिंता देखने को मिली.
लेकिन इसके बाद युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने मोर्चा संभाला. बाएँ हाथ के इस बल्लेबाज ने संयम और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाते हुए टीम को स्थिरता प्रदान की.
उन्होंने 53 गेंदों पर नाबाद 69 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और चार शानदार छक्के शामिल थे. उनकी पारी भारतीय विजय की नींव साबित हुई.
तिलक के साथ शिवम दुबे ने भी अहम योगदान दिया. बड़े शॉट लगाने के लिए मशहूर दुबे ने 22 गेंदों पर 33 रन बनाए.
उनकी पारी में दो चौके और दो छक्के शामिल रहे, जिससे अंतिम ओवरों का दबाव काफी कम हुआ. दोनों खिलाड़ियों की साझेदारी ने भारत को 19.4 ओवर में ही लक्ष्य तक पहुँचा दिया.
यह जीत सिर्फ एक खिताब से अधिक मायने रखती है. यह भारतीय टीम के आत्मविश्वास और टीम संयोजन का परिचय है. युवाओं और अनुभवी खिलाड़ियों के संतुलन ने दिखा दिया कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित हाथों में है. मैच के बाद भारतीय खेमे में जश्न का माहौल था, जबकि दर्शकों ने भी तिरंगा लहराकर जीत का उत्सव मनाया.
एशिया कप 2025 का खिताब जीतकर भारत ने न केवल पाकिस्तान पर अपनी बढ़त कायम रखी, बल्कि एक बार फिर एशियाई क्रिकेट पर अपना दबदबा भी साबित कर दिया.
ADVERTISEMENT