Updated on: 03 February, 2025 09:45 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
भारतीय ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानंधा ने इतिहास रचते हुए टाटा स्टील मास्टर्स 2025 का खिताब जीता. सडन डेथ मुकाबले में उन्होंने डी. गुकेश को हराया, जिससे वे इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को जीतने वाले पहले भारतीय बने.
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भारतीय ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानंधा ने टाटा स्टील मास्टर्स शतरंज टूर्नामेंट 2025 में इतिहास रच दिया. उन्होंने सडन डेथ मुकाबले में अपने हमवतन डी. गुकेश को हराकर खिताब अपने नाम किया. यह पहली बार है जब किसी भारतीय खिलाड़ी ने यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट जीता है.
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टूर्नामेंट का अंतिम दिन शतरंज प्रेमियों के लिए बेहद रोमांचक रहा. गुकेश ने विश्व चैंपियन के रूप में अपना पहला खेल अर्जुन एरिगैसी के खिलाफ खेला, लेकिन अर्जुन के ऊर्जावान खेल के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा. दूसरी ओर, प्रज्ञानंधा को विन्सेंट केमर ने हराया, जिनकी तकनीक अंतिम दिन बेहतरीन थी. इसने 2013 के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट की याद दिला दी, जब नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन और रूस के व्लादिमीर क्रामनिक ने एक साथ बढ़त बनाई थी, लेकिन दोनों अंतिम दौर में हार गए थे.
Gukesh over-presses in an equal endgame and loses a piece! Praggnanandhaa wins the #TataSteelChess Masters! pic.twitter.com/MHkOZ6vnnd
— chess24 (@chess24com) February 2, 2025
टाईब्रेकर में हुआ नाटकीय फैसला
रविवार को टूर्नामेंट के अंतिम दौर के बाद प्रज्ञानंधा और गुकेश के अंक बराबर थे. इस कारण विजेता का फैसला टाईब्रेकर से किया गया. पहले ब्लिट्ज गेम में गुकेश ने शानदार खेल दिखाया और जीत दर्ज की. लेकिन प्रज्ञानंधा ने दूसरे गेम में वापसी करते हुए स्कोर बराबर कर दिया. निर्णायक `सडन डेथ` गेम में गुकेश ने एक गलती कर दी, जिसका फायदा उठाते हुए प्रज्ञानंधा ने विश्व चैंपियन को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया.
भारतीय शतरंज के लिए ऐतिहासिक क्षण
इस जीत के साथ, प्रज्ञानंधा न केवल टाटा स्टील मास्टर्स जीतने वाले पहले भारतीय बने, बल्कि उन्होंने देश में शतरंज के प्रति उत्साह को भी नई ऊंचाई दी. इस टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिला, जहां अर्जुन एरिगैसी और विन्सेंट केमर जैसे खिलाड़ियों ने भी शानदार खेल दिखाया.
प्रज्ञानंधा की यह ऐतिहासिक जीत भारतीय शतरंज के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी. उनकी इस उपलब्धि से देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई है, और यह आने वाली पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी. टाटा स्टील मास्टर्स 2025 का यह संस्करण भारत के शतरंज इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा.
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