Updated on: 19 February, 2024 06:24 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
छत्रपति शिवाजी महाराज की आज जयंती है. पूरे महाराष्ट्र में इस दिन सड़कों पर लोगों को रैली देखने को मिलती है. इसके साथ ही आज रितेश देशमुख ने एक फिल्म उनके जीवन पर बनाने का ऐलान किया है. मराठा साम्राज्य के शासक शिवाजी महाराज को लोग भगवान की तरह पूजते हैं.
शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित फिल्म बनाएंगे रितेश देशमुख.
छत्रपति शिवाजी महाराज की आज जयंती है. पूरे महाराष्ट्र में इस दिन सड़कों पर लोगों को रैली देखने को मिलती है. इसके साथ ही आज रितेश देशमुख ने एक फिल्म उनके जीवन पर बनाने का ऐलान किया है. मराठा साम्राज्य के शासक शिवाजी महाराज को लोग भगवान की तरह पूजते हैं. तो आइए आपको भी बताते हैं कि कैसे एक वीर सपूत अपने पौरुष और सामर्थ्य से इतना महान कैसे बन गया.
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शिवाजी महाराज पर फिल्म बनाएंगे रितेश देशमुख
एक्टर-डायरेक्टर रितेश देशमुख ने मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के जीवन पर आधारित एक फिल्म बनाने का ऐलान किया है. अपनी अगली फिल्म में राजा शिवाजी का रोल करने का ऐलान खुद रितेश देशमुख ने किया है. ऐतिहासिक एक्शन ड्रामा का निर्माण जियो स्टूडियोज और देशमुख के होम प्रोडक्शन बैनर ‘मुंबई फिल्म कंपनी’ द्वारा किया जाएगा. इस फिल्म की निर्माता रितेश देशमुख की पत्नी जैनेलिया डिसूजा हैं. फिल्म को लेकर रितेश ने कहा,‘‘यह केवल फिल्म ही नहीं है बल्कि यह हमारी संस्कृति और इतिहास की झलक है.’’
शिवनेरी दुर्ग में हुआ था जन्म
शिवाजी महाराज का जन्म शिवनेरी दुर्ग में 19 फरवरी 1630 में हुआ था. कहीं कहीं जन्म का सन 1627 भी दिया गया है. शिवाजी महाराज की आज 394वीं जयंती है. शिवाजी महाराज मराठा परिवार से ताल्लुक रखते थे. उनके बचपन का नाम शिवाजी भोंसले था. शिवाजी के पिता का नाम शाहजी और माता का नाम जीजाबाई था. संवत हिंदू कैलेंडर में फाल्गुन के तीसरे दिन और ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार इनका जन्म 19 फरवरी को मनाया जाता है. शिवाजी से बचपन से ही युद्ध करने में निपुण थे. 14 साल की उम्र में बुध भूषण, नायिका भेद, सात सतक, नख शिख जैसे ग्रंथ की रचना की थी.
Chhatrapati Shivaji Maharaj is not just a name but an emotion. On the auspicious occasion of his birth anniversary, I join you in paying homage to the great son of the soil. May his legacy continue to inspire us for generations to come.
— Riteish Deshmukh (@Riteishd) February 19, 2024
We seek your blessings as we begin our new… pic.twitter.com/HPAQXhaygN
शिवाजी के बढ़ते प्रताप से परेशान होकर बीजापुर के शासक आदिलशाह ने शिवाजी को बंदी बनाने की कोशिश की. शिवाजी की मृत्यु के समय उनकी सेना 30-40 हजार घुड़सवार और एक लाख के करीब 1260 हाथी थे. इसके अलावा शिवाजी ने कई दुर्गों पर अधिकार किया.
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