रजनीकांत की तस्वीरें जो बयां करती हैं अब तक उनके जीवन का शानदार सफर
रजनीकांत ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत कन्नड़ नाटकों से की थी.
आपको जानकर हैरानी होगी कि रजनीकांत ने सिर्फ तमिल और हिंदी ही नहीं बल्कि मलयालम, कन्नड़, तेलुगु और बंगाली फिल्मों में भी काम किया है. रजनीकांत को `भाग्य देबता` नाम की बंगाली फिल्म में देखा गया था.
आपको बता दें कि रजनीकांत ने पहली बार `मुंडारू मुगम` नाम की फिल्म में ट्रिपल रोल निभाया था. इस फिल्म में उनके अभिनय के लिए उन्हें तमिलनाडु सरकार का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी मिला.
1978 में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन `बिलानी` की रीमेक थी.
रजनीकांत को फिल्म `बिल्ला` से बड़ी सफलता मिली.
रजनीकांत की `मेरी अदालत`, `जान जॉनी जनार्दन`, `भगवान दादा`, `दोस्ती दुश्मनी`, `इंसाफ कौन करेगा`, `असली नकली`, `हम`, `खून का कर्ज`, `क्रांतिकारी`, `अंधा कौनून` ``, `चालबाज`, `इंसानियत का देवता` जैसी हिंदी फिल्मों में काम कर उन्होंने खास जगह बनाई है.
बाद में रजनीकांत हिंदी भाषी प्रशंसकों के दिलों पर राज करने लगे.
उन्होंने 80 के दशक में फिल्म `अंधा कानून` से बॉलीवुड में डेब्यू किया था.
इसके साथ ही साउथ फिल्मों में एंट्री के बाद रजनीकांत ने बॉलीवुड में भी कदम रखा.
फिल्म `अपूर्व रागंगल` में उनके साथ कमल हासन भी नजर आए थे.
साथ ही उनकी पहली फिल्म `अपूर्वा रागंगल` थी.
आपको बता दें कि एक्टर ने तमिल फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले तमिल की पढ़ाई की थी.
साथ ही महाभारत के दुर्योधन के रूप में उनके अभिनय की भी खूब तारीफ हुई.
आज भारत के दिग्गज अभिनेता और सुपरस्टार रजनीकांत का 70वां जन्मदिन है. उनका जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु में हुआ था.
यही कारण था कि उन्होंने काम के साथ-साथ 1973 में मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया और अभिनय में डिप्लोमा किया.
रजनीकांत ने भले ही अलग-अलग काम किए हों लेकिन दिल से वह हमेशा एक अभिनेता बनना चाहते थे.
कुछ समय बाद वह बेंगलुरु ट्रांसपोर्ट सर्विस (बीटीएस) बस में कंडक्टर भी बन गए.
इसके बाद उन्होंने पैसे कमाने के लिए बढ़ई का काम भी करना शुरू कर दिया.
परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण रजनीकांत ने कुली का काम करना शुरू कर दिया.
जब माता जीजाबाई का निधन हुआ तो पूरा परिवार बिखर गया.
साथ ही, रजनीकांत चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं.
रजनीकांत का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम रामोजी राव गायकवाड़ था और उनके पिता एक हवलदार थे.
आज आलीशान जिंदगी जीने वाले रजनीकांत कभी बस कंडक्टर के तौर पर भी काम करते थे.
रजनीकांत आज जिस मुकाम पर हैं वहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है.
पूरी दुनिया उन्हें रजनीकांत के नाम से जानती है, दरअसल उनका नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है.
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