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कार्डियक अरेस्ट के लक्षण, यहां पढ़ते समय पर पहचान और बचाव के उपाय

Updated on: 20 December, 2024 03:16 PM IST | Mumbai

कार्डियक अरेस्ट एक जीवन-घातक चिकित्सा स्थिति है जिसमें हृदय अचानक काम करना बंद कर देता है. इसके लक्षण जैसे बेहोशी, सांस लेने में कठिनाई, नाड़ी का बंद हो जाना, और छाती में दर्द गंभीर संकेत हो सकते हैं.

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कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर चिकित्सा आपात स्थिति है जिसमें हृदय अचानक धड़कना बंद कर देता है. यह स्थिति जीवन के लिए घातक हो सकती है, इसलिए इसके लक्षणों की पहचान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है. कार्डियक अरेस्ट के लक्षण तीव्र होते हैं और तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है.

मुख्य लक्षण:


>> अचानक बेहोशी: कार्डियक अरेस्ट का सबसे सामान्य और स्पष्ट लक्षण अचानक बेहोश हो जाना है. व्यक्ति पूरी तरह से प्रतिक्रिया देना बंद कर देता है और किसी भी उत्तेजना का जवाब नहीं देता.


>> सांस लेने में रुकावट: प्रभावित व्यक्ति सामान्य रूप से सांस नहीं ले पाता. कभी-कभी सांसें तेज और अनियमित हो सकती हैं, लेकिन अधिकांश मामलों में सांसें पूरी तरह से बंद हो जाती हैं.

>> नाड़ी का बंद हो जाना: व्यक्ति की नाड़ी पूरी तरह से बंद हो जाती है, जिससे रक्त परिसंचरण रुक जाता है.


>> छाती में दर्द: कार्डियक अरेस्ट से पहले, कुछ लोगों को छाती में तेज दर्द हो सकता है, हालांकि यह लक्षण हर मामले में नहीं होता.

>> चक्कर और कमजोरी: प्रभावित व्यक्ति को अचानक चक्कर आ सकते हैं और शरीर में अत्यधिक कमजोरी महसूस हो सकती है. यह चेतावनी संकेत हो सकता है.

>> त्वचा का नीला या पीला पड़ना: रक्त प्रवाह बंद होने के कारण त्वचा का रंग बदल सकता है. व्यक्ति की त्वचा नीली या पीली दिख सकती है, और होठ भी नीले पड़ सकते हैं.

>> अत्यधिक पसीना आना: अचानक अत्यधिक पसीना आना भी कार्डियक अरेस्ट के प्रारंभिक संकेतों में से एक हो सकता है.

क्या करें: यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत आपातकालीन चिकित्सा सहायता को बुलाएं. तब तक सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देना और अगर संभव हो तो ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (AED) का उपयोग करना जीवन बचाने में मदद कर सकता है.

कार्डियक अरेस्ट के लक्षणों को पहचानना और तुरंत कार्रवाई करना जीवन और मृत्यु के बीच का अंतर हो सकता है. जागरूकता और समय पर उपचार से जीवन को बचाया जा सकता है.

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