Updated on: 06 January, 2025 02:25 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
मानव मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन संक्रमण फैलाने वाला वायरस है जो विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है. इसके लक्षण हल्के सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर श्वसन संक्रमण तक हो सकते हैं.
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मानव मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन वायरस है जो मुख्य रूप से फेफड़ों और श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है. यह वायरस बच्चों, बुजुर्गों, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों में गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है. HMPV वायरस के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं, और यह संक्रमण अक्सर मौसमी फ्लू या सामान्य सर्दी के साथ भ्रमित हो सकता है.
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प्रारंभिक लक्षण:
HMPV के संक्रमण की शुरुआत आमतौर पर हल्के लक्षणों से होती है, जिनमें शामिल हैं:\
>> सर्दी-जुकाम: नाक बहना, नाक बंद होना और छींक आना इसके शुरुआती संकेत हो सकते हैं.
>> गले में खराश: गले में सूजन और खराश महसूस होना आम है.
>> हल्का बुखार: अधिकांश मामलों में हल्का से मध्यम बुखार देखा जाता है.
>> खांसी: शुरू में सूखी खांसी हो सकती है, जो बाद में बलगम वाली खांसी में बदल सकती है.
मध्यम लक्षण:
अगर संक्रमण बढ़ता है, तो यह लक्षण अधिक स्पष्ट और परेशान करने वाले हो सकते हैं:
>> श्वसन संबंधी समस्याएं: सांस लेने में कठिनाई या तेजी से सांस लेना एक सामान्य संकेत है.
>> सीने में जकड़न: श्वसन तंत्र में सूजन के कारण सीने में दर्द और दबाव महसूस हो सकता है.
>> थकान और कमजोरी: शरीर की ऊर्जा कम होने के कारण सामान्य कामकाज में कठिनाई हो सकती है.
>> भोजन और पानी में अरुचि: विशेष रूप से बच्चों में भूख कम होना और पानी पीने की इच्छा कम होना.
गंभीर लक्षण:
कुछ व्यक्तियों में HMPV संक्रमण गंभीर रूप धारण कर सकता है, खासकर यदि यह निम्नलिखित समस्याओं का कारण बने:
>> निमोनिया: फेफड़ों में संक्रमण के कारण निमोनिया विकसित हो सकता है.
>> ब्रोंकियोलाइटिस: यह छोटे बच्चों में सामान्य है, जहां फेफड़ों की छोटी वायुमार्ग सूज जाती है.
>> हाइपोक्सिया: गंभीर मामलों में रक्त में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है.
>> क्रोनिक स्थिति का बिगड़ना: पहले से श्वसन या हृदय रोग से पीड़ित व्यक्तियों में स्थिति और खराब हो सकती है.
निदान और उपचार:
HMPV का निदान आमतौर पर लक्षणों, शारीरिक परीक्षण, और नाक या गले से लिए गए सैंपल की जांच के माध्यम से किया जाता है. संक्रमण के लिए कोई विशेष एंटीवायरल दवा उपलब्ध नहीं है. उपचार में लक्षणों का प्रबंधन, जैसे तरल पदार्थ का सेवन, आराम, और आवश्यकतानुसार बुखार कम करने वाली दवाएं शामिल हैं. गंभीर मामलों में ऑक्सीजन सपोर्ट और अस्पताल में देखभाल की आवश्यकता हो सकती है.
रोकथाम:
स्वच्छता बनाए रखना, मास्क पहनना, और संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखना HMPV संक्रमण को रोकने में सहायक हो सकता है.
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