Updated on: 17 October, 2025 12:00 PM IST | Mumbai
Shirish Vaktania
मुंबई के सांताक्रूज़ में दिवाली के मौके पर फ़र्ज़ी पुलिसवाले चंदा वसूलते पकड़े गए. दो जालसाज़ ने पुलिस की वर्दी और नेमप्लेट पहनकर 67 वर्षीय योग प्रशिक्षक आनंदजी जोशी से पैसे ठगे.
PICS/SPECIAL ARRANGEMENT
हम विले पार्ले पुलिस स्टेशन से हैं. हम दिवाली के लिए गरीब बच्चों को कपड़े और खाना बाँट रहे हैं, इसलिए कृपया आर्थिक मदद करें.”
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अगर कोई पुलिसवाला आपके दरवाज़े पर इसी तरह का दावा करता हुआ आता है, तो सावधान हो जाइए—वह फ़र्ज़ी पुलिसवाला हो सकता है. त्योहारों के मौसम का फ़ायदा उठाते हुए, फ़र्ज़ी नेमप्लेट वाली पुलिस की वर्दी पहने दो जालसाज़ शहर में घूम रहे हैं. दोनों ने सांताक्रूज़ निवासी एक 67 वर्षीय व्यक्ति को ठगा और पैसे वसूलने के बाद फरार हो गए. शिकायतकर्ता, योग प्रशिक्षक आनंदजी जोशी, सांताक्रूज़ पश्चिम में एसवी रोड स्थित दिलखुश बिल्डिंग में रहते हैं. सांताक्रूज़ पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों की तलाश कर रही है.
पुलिस के अनुसार, घटना बुधवार (15 अक्टूबर) दोपहर करीब 3 बजे हुई, जब पुलिस की वर्दी पहने दो लोग बिल्डिंग में दाखिल हुए और जोशी के घर की घंटी बजाई. "जब मैंने दरवाज़ा खोला, तो मैंने दोनों लोगों को पुलिस की वर्दी पहने और नेमप्लेट लगे हुए पाया. उन्होंने मुझे बताया कि वे विले पार्ले पुलिस स्टेशन से हैं और दिवाली पर गरीबों को कपड़े और खाना बाँटने के लिए पैसे इकट्ठा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि ऊपर रहने वाले लोग पहले ही दान कर चुके हैं.
जोशी के अनुसार, जालसाज़ों ने एक रजिस्टर भी दिखाया जिसमें दिखाया गया था कि उसी इमारत की ऊपरी मंज़िल पर रहने वाली उर्मिला मर्चेंट ने 10,000 रुपये दान किए हैं. "यह मानते हुए कि वे असली पुलिस अधिकारी हैं, मैंने उन्हें 2000 रुपये देने का फैसला किया. मैंने पूछा कि क्या वे यूपीआई भुगतान स्वीकार करते हैं, और उनमें से एक ने मुझे अपने मोबाइल पर एक स्कैनर दिया. मैंने पैसे ट्रांसफर कर दिए और दोनों लोग तुरंत चले गए,” जोशी ने कहा.
उन्होंने आगे बताया कि कुछ मिनट बाद, उन्हें एक अन्य निवासी बिपिन शाह का फ़ोन आया, जिन्होंने उन्हें बताया कि पुलिस अधिकारी होने का दावा करने वाले लोग धोखेबाज़ थे और उन्होंने दिवाली के दान के लिए सोसायटी के अन्य निवासियों से भी संपर्क किया था. उन्होंने कहा, “हम पूछताछ करने के लिए सुरक्षा गार्ड के पास गए, और उसने हमें बताया कि दोनों लोग लाल रंग की मोटरसाइकिल पर आए थे.”
सोसाइटी के सीसीटीवी फुटेज की जाँच करने पर पुष्टि हुई कि दोनों ने जो वर्दी पहनी थी वह नकली थी. जोशी ने तुरंत सांताक्रूज़ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमने दोनों नकली पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और उनकी पहचान करने की प्रक्रिया चल रही है. भारतीय न्याय संहिता की धारा 204, 205, 3(5) और 318(4) के तहत मामला दर्ज किया गया है.”
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