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दादर में बुजुर्ग महिलाओं को धोखा देकर सोने की चोरी करने वाले गिरोह का हुआ पर्दाफाश

Updated on: 06 August, 2025 11:24 AM IST | Mumbai
Samiullah Khan | samiullah.khan@mid-day.com

दादर पुलिस ने बुजुर्ग महिलाओं को निशाना बनाकर सोने की चोरी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने अक्सर सरकारी अधिकारी या शुभचिंतक बनकर धोखाधड़ी की थी.

Representation Pic

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दादर पुलिस ने बुजुर्ग महिलाओं को निशाना बनाकर की जाने वाली धोखाधड़ी की एक श्रृंखला में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो अक्सर सरकारी अधिकारी या शुभचिंतक बनकर चोरी करते थे. पुलिस ने बताया कि दोनों को कड़ी पूछताछ के बाद राजस्थान से गिरफ्तार किया गया और उनके पास से 6.78 लाख रुपये के चोरी के सोने के गहने बरामद किए गए.

आरोपियों की पहचान शहीदाबी उर्फ सलमा फिरोज खान पठान (37), निवासी गुजरात और हवाई सिंह उर्फ हैप्पी सिंह मधानसिंह शेखावत (34), निवासी राजस्थान के रूप में हुई है. यह गिरफ्तारी प्रभादेवी निवासी 80 वर्षीय चंद्राबाई जानू अंजारलीकर की शिकायत के आधार पर दर्ज एक मामले के बाद हुई है, जिनके साथ 8 जनवरी, 2025 को धोखाधड़ी हुई थी.


पुलिस के अनुसार, उस दौरान, आरोपी महिला शहीदाबी, प्रभादेवी खड़ा स्थित मछली बाज़ार के पास एक बुज़ुर्ग महिला के पास आई और दावा किया कि वह उसके बेटे को जानती है, जिसे पैसों की ज़रूरत थी. उसका विश्वास जीतकर, उसने पीड़िता को बैंक में पैसे निकालने के बहाने टैक्सी में बिठा लिया. यात्रा के दौरान, उसने बुज़ुर्ग महिला को अपने सोने के गहने "सुरक्षा" के लिए सौंपने के लिए मना लिया, लेकिन पायधोनी इलाके के पास उसे छोड़कर भाग गई.


घटना के बाद, पीड़िता ने पायधोनी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अधिकार क्षेत्र के कारण मामला दादर पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि उसकी शिकायत के आधार पर, दादर पुलिस ने बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. एपीआई भगवान पैघन ने एपीआई रामकृष्ण सागड़े और पीएसआई राजेश जाधव के साथ मिलकर कांस्टेबल अश्विनी नाटेकर, कांस्टेबल मनोज सुतार, कांस्टेबल सागर निकम, कांस्टेबल मनीष मोरे और कांस्टेबल पांडुरंग गोटमारे की एक टीम की मदद से मामले की जाँच शुरू की.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "मोबाइल नंबरों की तकनीकी निगरानी और सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण से हमें शहीदाबी की पहचान मुख्य आरोपी के रूप में हुई." जाँच में आगे पता चला कि उसके साथी हवाई सिंह ने एक गाड़ी किराए पर ली थी और दादर और आसपास के इलाकों में कई चोरियों में सक्रिय रूप से शामिल था. दोनों का पता राजस्थान में चला, जहाँ उन्हें 30 जुलाई को स्थानीय पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया गया और मुंबई लाया गया.


आगे की जाँच से पता चला कि शहीदाबी का न केवल मुंबई में, बल्कि कई राज्यों में बुजुर्ग महिलाओं को ठगने का लंबा इतिहास रहा है. उसकी कार्यप्रणाली में गहने पहने अकेली बुजुर्ग महिलाओं को निशाना बनाना शामिल है. महिला के साथ गिरफ्तार किए गए हवाई सिंह की उससे एक यात्रा के दौरान मुलाकात हुई थी. दोनों दोस्त बन गए और साथ मिलकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देने लगे.

इससे पहले, दोनों ने मुंबई में आधा दर्जन से ज़्यादा धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दिया है. इनमें कुरार में दो, बोरीवली में एक और दादर में तीन मामले शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला को इससे पहले 2019 में डीबी मार्ग और वीपी रोड पुलिस ने इसी तरह के मामलों में गिरफ्तार किया था और उसके खिलाफ उदयपुर, गांधीनगर, गोरवा और करेलीबाग (गुजरात) में कई मामले दर्ज हैं. अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं और देश भर में उनके कारोबार का पता लगाने के लिए आगे की जाँच जारी है.

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