Updated on: 28 November, 2024 08:23 AM IST | Mumbai
Shirish Vaktania
Gujarat police nabs serial killer: गुजरात पुलिस ने 5 हत्याओं के आरोपी राहुल जाट को गिरफ्तार किया, जो हर हत्या के बाद मुंबई के रेलवे स्टेशनों पर शरण लेता था. आरोपी पर किशोरी के साथ बलात्कार और हत्या सहित छह लोगों की हत्या का आरोप है.
दादर रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ आरोपी
गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सीरियल किलर ने हर हत्या के बाद मुंबई में शरण ली. मंगलवार को गुजरात पुलिस ने आरोपी राहुल जाट को गिरफ्तार किया, जिस पर पांच लोगों की हत्या का आरोप है, जिसमें एक किशोरी भी शामिल है, जिसका उसने कथित तौर पर हत्या से पहले बलात्कार किया था. जांचकर्ताओं ने खुलासा किया कि सभी छह हत्याएं इस साल अक्टूबर से हुई हैं, जिसके दौरान आरोपी ने मुंबई के दादर और बांद्रा टर्मिनस के प्लेटफॉर्म पर 12-13 दिन बिताए. पुलिस को संदेह है कि जाट कई अन्य क्रूर हत्याओं में शामिल हो सकता है.
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हरियाणा का रहने वाला राहुल जाट बाएं पैर से शारीरिक रूप से विकलांग है और चौथी कक्षा में फेल होने के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी. उसके परिवार ने उसकी आपराधिक गतिविधियों के कारण उससे सभी संबंध तोड़ लिए. दादर, बांद्रा और वापी रेलवे स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी फुटेज से गुजरात पुलिस को उसकी पहचान करने और उसका पता लगाने में मदद मिली.
जाट ने अपना अधिकांश समय गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा और आंध्र प्रदेश सहित पूरे भारत में एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रा करने में बिताया. वह अकेली महिलाओं को अपना शिकार बनाता था, जिनके साथ वह बलात्कार करता था, लूटपाट करता था और उन्हें मार डालता था, और फिर अगले स्टेशन पर ट्रेन से उतर जाता था. वह वरिष्ठ नागरिकों को भी अपना शिकार बनाता था, उनके मोबाइल फोन, आभूषण, नकदी और अन्य कीमती सामान चुराकर उन्हें मार डालता था. उसके शिकार अक्सर विकलांगों के लिए निर्धारित डिब्बों में यात्रा करने वाले विकलांग यात्री होते थे.
अपराध
पहली हत्या (14 नवंबर): 14 नवंबर को जाट मुंबई से वलसाड गया और उदवाड़ा स्टेशन पहुंचा, जहां उसकी मुलाकात घर लौट रही 19 वर्षीय लड़की से हुई. उसने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया; अपना बैग घटनास्थल पर छोड़ दिया, अपने कपड़े बदले और गिरफ्तारी से बचने के लिए 17 नवंबर को मुंबई लौटने से पहले वडोदरा भाग गया. इस दौरान उसने दादर और बांद्रा रेलवे स्टेशनों पर समय बिताया.
दूसरी हत्या (19 नवंबर): जाट पश्चिम बंगाल गया और कटिहार एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 15712) में सवार होकर विकलांग डिब्बे में 60 वर्षीय व्यक्ति को चाकू मार दिया और मुंबई लौटने से पहले उसे लूट लिया.
तीसरी हत्या (24 नवंबर): मुंबई में दो दिन बिताने के बाद, जाट तिरुपति और फिर सिकंदराबाद गया. मैंगलोर एक्सप्रेस से लौटते समय, उसने एक विकलांग महिला का गला घोंटकर हत्या कर दी. बाद में वह अपने मार्ग बदलकर मुंबई भाग गया, 24 नवंबर को दादर और बांद्रा रेलवे स्टेशनों पर वापस लौटा.
चौथी हत्या (अक्टूबर): अक्टूबर में, जाट ने कथित तौर पर मुंबई में सात दिन बिताए, अक्सर मुंबई और पुणे के बीच यात्रा करता रहा. इस अवधि के दौरान, एक महिला विकलांग डिब्बे में मृत पाई गई, और उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसके साथ बलात्कार किया गया था. पुलिस को संदेह है कि इस अपराध के पीछे भी जाट का हाथ था.
जांच और गिरफ्तारी
14 नवंबर को, उदवाड़ा स्टेशन के पास 19 वर्षीय लड़की का शव मिलने के बाद, वडोदरा क्राइम ब्रांच ने मुंबई रेलवे पुलिस और महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के अधिकारियों के साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया. जाट को ट्रैक करने और पकड़ने के लिए 100 से अधिक अधिकारियों की एक टीम ने सहयोग किया. जाट को अंततः गुजरात वापस जाते समय वापी रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार किया गया. पुलिस को उसके पास से उसके पीड़ितों से चुराए गए मोबाइल फोन मिले.
लंबा आपराधिक इतिहास
जाट पर पांच हत्याएं, दो बलात्कार और 13 चोरियां करने का आरोप है, जिसमें ट्रक चोरी और बैग और मोबाइल छीनने की कई घटनाएं शामिल हैं. वलसाड क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया, "मुंबई आरोपी के लिए छिपने का पसंदीदा ठिकाना था, जहां वह दादर और बांद्रा स्टेशनों पर काफी समय बिताता था. इससे उसे राज्यों में यात्रा करने में आसानी होती थी."
मुंबई सेंट्रल जीआरपी के वरिष्ठ निरीक्षक एच टी कुंभारे ने बताया, "हमें गुजरात स्थित वलसाड क्राइम ब्रांच से मुंबई से यात्रा कर रहे एक हत्या के आरोपी के बारे में सूचना मिली थी. हमने सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच करके सहायता की और पाया कि आरोपी 24 नवंबर को बांद्रा टर्मिनस से बांद्रा-भुज एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ा था. हमने वलसाड क्राइम ब्रांच टीम को सूचित किया, जिन्होंने आरोपी को वापी रेलवे स्टेशन से पकड़ लिया.
दादर और बांद्रा स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज ने आरोपी की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उसकी गिरफ्तारी हुई. हमने दादर, बांद्रा, माहिम और माटुंगा स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की, जिससे हमें उसकी गतिविधियों का पता लगाने में मदद मिली.”
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