Updated on: 17 June, 2025 11:06 AM IST | Mumbai
Samiullah Khan
दहिसर पुलिस ने बेंगलुरु के 25 वर्षीय सुरक्षा गार्ड शुभम कुमार मनोज प्रसाद सिंह को गिरफ्तार किया है. आरोपी पर महिलाओं की हजारों फर्जी इंस्टाग्राम प्रोफाइल बनाने, उनकी तस्वीरों को अश्लील रूप में बदलने और उन्हें ब्लैकमेल करके यौन शोषण करने का आरोप है.
Pic/ Via Samiullah Khan
दहिसर पुलिस ने बेंगलुरु के 25 वर्षीय सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर महिलाओं की हजारों फर्जी इंस्टाग्राम प्रोफाइल बनाई, उनकी तस्वीरों को अश्लील कंटेंट में बदल दिया और ब्लैकमेल करके उनका यौन शोषण किया. आरोपी शुभम कुमार मनोज प्रसाद सिंह मूल रूप से बिहार के भागलपुर का रहने वाला है.
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पुलिस के अनुसार, सिंह ने 100 से अधिक `जीमेल` अकाउंट बनाए और इनका इस्तेमाल करके हजारों फर्जी इंस्टाग्राम प्रोफाइल खोली, जिनमें महिलाओं ने या तो उसके फ्रेंड रिक्वेस्ट को नजरअंदाज किया या बातचीत करने से इनकार कर दिया. फिर उसने उनकी तस्वीरों को अश्लील तस्वीरों के साथ बदल दिया और उन्हें सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जिससे महिलाएं सेक्स वर्कर लगने लगीं और फर्जी सेवाएं और दरें सूचीबद्ध करने लगा.
जब उसकी पीड़िताओं ने अश्लील प्रोफाइल हटाने की गुहार लगाई, तो सिंह ने कथित तौर पर बदले में वीडियो कॉल के जरिए वर्चुअल सेक्स या नग्न तस्वीरें मांगी. कई मामलों में, महिलाएं अपमानित और दबाव में महसूस करते हुए उसकी मांगों को पूरा करती थीं.
गिरफ्तारी का कारण बना मामला
हाल ही में यह मामला कांदिवली ईस्ट के एक प्रतिष्ठित कॉलेज की 19 वर्षीय बीएससी छात्रा द्वारा दर्ज कराया गया था. सिंह ने लगातार तीन दिनों - 29, 30 और 31 जनवरी - को उसकी मॉर्फ्ड तस्वीरों का उपयोग करके उसके नाम से तीन फर्जी अकाउंट बनाए. छात्रा ने दोस्तों से सलाह लेने के बाद पहले दो अकाउंट को ब्लॉक कर दिया, लेकिन तीसरा अकाउंट सामने आने के बाद आखिरकार साइबर पुलिस से संपर्क किया.
टेक-सेवी आरोपी
सिंह पहले सूचना प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा कर रहा था और उसे ग्राफिक्स, HTML, CorelDRAW, नेटवर्किंग और कंप्यूटर संचालन का तकनीकी ज्ञान है. हालाँकि वह व्यक्तिगत कारणों से अपना कोर्स पूरा नहीं कर सका, लेकिन उसने अपने कौशल का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों के लिए किया. दहिसर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, "सिंह कंप्यूटर के इस्तेमाल में निपुण होने लगा और काम की तलाश में बेंगलुरु चला गया. आईटी की नौकरी पाने में विफल रहने पर, उसने एक औद्योगिक कंपनी में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करना शुरू कर दिया, जबकि वह गुप्त रूप से इन अपराधों को अंजाम देता रहा." मामले का खुलासा
डीसीपी (जोन XII) महेश चिमाटे और वरिष्ठ निरीक्षक अशोक होनमाने के मार्गदर्शन में, दहिसर पुलिस की साइबर टीम, जिसमें एपीआई अंकुश डांडगे और पीएसआई श्रद्धा पाटिल और वैभव ख्वाकर शामिल थे, ने इंस्टाग्राम और फेसबुक नोडल अधिकारियों की मदद से सिंह का पता लगाया. उन्होंने कर्नाटक के बेल्लारी जिले के सबदुर इलाके में उसके आईपी पते को ट्रैक किया और रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया.
सिंह को मुंबई लाया गया और सोमवार को बोरीवली मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ उसे आगे की पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
इसी तरह के मामले का खुलासा
पुलिस ने आगे खुलासा किया कि साइबर टीम ने हाल ही में दहिसर के दौलत नगर के 41 वर्षीय वैभव शाह से जुड़े एक ऐसे ही मामले का खुलासा किया था, जिस पर 25 वर्षीय महिला डॉक्टर को परेशान करने का आरोप था. शाह डॉक्टर पर मोहित हो गया था और जब उसने जवाब नहीं दिया तो उसने उसे एक नकली इंस्टाग्राम अकाउंट से अपमानजनक संदेश और मॉर्फ्ड तस्वीरें भेजना शुरू कर दिया.
एक अन्य अधिकारी ने कहा, "हमने जनता, विशेषकर महिलाओं से आग्रह किया है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी संदिग्ध या परेशान करने वाली गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें."
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