Updated on: 21 July, 2025 01:51 PM IST | Mumbai
Rajendra B Aklekar
विरार से सौराष्ट्र एक्सप्रेस में एक युवक टिकट चेकर बनकर यात्रियों की जांच कर रहा था. शक होने पर कोच कंडक्टर ने उससे पहचान पत्र मांगा, जो वह नहीं दिखा सका.
खुद को टिकट चेकर बताने वाला शख्स
आज विरार से 19015 सौराष्ट्र एक्सप्रेस में एक युवक चढ़ा और यात्रियों के टिकट चेक करने लगा. ड्यूटी पर तैनात कोच कंडक्टर, उप मुख्य टिकट निरीक्षक श्याम किशोर प्रसाद को शक हुआ और उन्होंने उससे पहचान पत्र माँगा, जो वह नहीं दिखा सका. आगे की कार्रवाई के लिए उसे दहानू रोड स्थित आरपीएफ के हवाले कर दिया गया.
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आरोपी कोई वैध पहचान पत्र या बैज नहीं दिखा सका और उसने दावा किया कि वह बांद्रा में तैनात एक अधिकृत टिकट चेकर है. हालाँकि, बाद में उसने रेलवे अधिकारी होने का ढोंग करना कबूल कर लिया.
A boy boarded the 19015 Saurashtra Express from Virar today and was checking tickets. The on-duty coach conductor, Deputy Chief Ticket Inspector Shyam Kishore Prasad, became suspicious and asked him for his ID card, which he was unable to show. He was handed over to the RPF at… pic.twitter.com/936rj6M7TN
— Mid Day (@mid_day) July 21, 2025
2023 में इसी तरह की एक घटना में, मध्य रेलवे की मुंबई लोकल ट्रेन के प्रथम श्रेणी के डिब्बों में टिकटों की जाँच करते हुए एक नकली टिकट चेकर पकड़ा गया था.
एक अधिकारी ने कहा, "वह व्यक्ति दिवा और डोंबिवली के बीच लोकल ट्रेनों के प्रथम श्रेणी के डिब्बों में यात्रियों के टिकट चेक कर रहा था. जब उससे उसकी पहचान के बारे में पूछा गया, तो वह संदिग्ध व्यवहार करने लगा. यात्रियों ने उसे दिवा स्टेशन मास्टर के हवाले कर दिया."
अधिकारी ने आगे बताया, "गहन जाँच और पूछताछ के बाद पता चला कि वह ट्रेनों में टिकट चेकर बनकर यात्रा कर रहा था. उसने एक नकली पहचान पत्र भी बनवाया था जो हूबहू असली पहचान पत्र जैसा था. आरोपी की पहचान हरिओम विजय बहादुर सिंह के रूप में हुई है. वह मात्र 21 वर्ष का है और ऐरोली में रहता है. वह उत्तर प्रदेश के जौनपुर का स्थायी निवासी है. उसके पास से `उत्तर रेलवे` लिखा एक जाली टिकट चेकर का पहचान पत्र ज़ब्त किया गया है."
रेलवे अधिकारियों ने उसके खिलाफ डोंबिवली रेलवे पुलिस में मामला दर्ज कराया है.
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