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महाराष्ट्र में दुर्गम स्थानों पर बनेंगे 45 रोपवे या केबल रेलवे का निर्माण

Updated on: 22 February, 2025 04:11 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

केंद्र सरकार की मदद से राज्य सरकार ने 45 रोपवे के निर्माण को मंजूरी दे दी है. पुणे सेक्शन में सबसे ज्यादा 19 और कोंकण सेक्शन में 11 रोपवे का निर्माण किया जाएगा.

हिल स्टेशन

हिल स्टेशन

बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक को राज्य के दुर्गम किलों, हिल स्टेशनों और ऊंचाई वाले मंदिरों के दर्शन कराना आसान बनाने के लिए महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट बैठक में एक अहम फैसला लिया गया है. केंद्र सरकार की मदद से राज्य सरकार ने 45 रोपवे के निर्माण को मंजूरी दे दी है. पुणे सेक्शन में सबसे ज्यादा 19 और कोंकण सेक्शन में 11 रोपवे का निर्माण किया जाएगा. 

रोपवे का निर्माण राज्य लोक निर्माण विभाग द्वारा नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड के सहयोग से किया जाएगा. राज्य के लोक निर्माण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीषा म्हैस्कर के अनुसार, महाराष्ट्र में पहाड़ी इलाके, ऊंचाई पर स्थित प्राचीन मंदिर, धार्मिक स्थल और कई किले हैं जहां तक पहुंचना मुश्किल है.  केंद्र सरकार की पर्वत श्रृंखला योजना के तहत इन दुर्गम स्थानों को सुविधाजनक बनाने के लिए एक कार्यक्रम तैयार किया गया है. 


पहाड़ों पर यात्रा करने के लिए 45 स्थानों को रोपवे और केबल रेलवे से जोड़ने का निर्णय लिया गया है, जिन्हें फनिक्युलर कहा जाता है. इससे राज्य के धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, जिससे रोजगार पैदा होगा और सरकार को राजस्व भी मिलेगा. गौरतलब है कि पिछड़ा माने जाने वाले बिहार के राजगीर में 1960 में रोपवे बनाया गया था, लेकिन भारत और महाराष्ट्र के कई पर्यटन स्थलों पर रोपवे की सुविधा नहीं है, इसलिए केंद्र और राज्य सरकारों ने पर्वत श्रृंखला शुरू की है.


विधानसभा चुनावों में अभूतपूर्व सफलता के बाद, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य में आगामी नगर निगम चुनावों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार एक सभा में शिवसेना के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले ढाई वर्षों में मुंबई और राज्य में सरकार द्वारा किए गए कार्यों को लोगों तक ले जाएं. हर वार्ड में शिवसेना की शाखा होनी चाहिए और हर घर में एक शिव सैनिक होना चाहिए.

शिंदे ने कहा, "यह पार्टी कार्यकर्ताओं की है. बालासाहेब ने इसे अपने दिल से पाला है, हर शिवसैनिक का सम्मान किया है. हमने बालासाहेब और आनंद दिघे की शिक्षाओं का पालन करते हुए आम लोगों के लिए सरकार बनाई है. हमारे विद्रोह के बाद हुए ग्राम पंचायत चुनावों में हम दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे हैं.  महायुति गठबंधन पर चर्चा करते हुए शिंदे ने कहा, "तीनों पार्टियां मिलकर काम कर रही हैं."


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