Updated on: 12 April, 2024 01:22 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
मुंबई नगर आयुक्त भूषण गगरानी ने नागरिक अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि जून से शुरू होने वाले मानसून के दौरान उपनगरीय ट्रेन सेवा प्रभावित नहीं होगी.
प्रतिकात्मक तस्वीर
मुंबई नगर आयुक्त भूषण गगरानी ने नागरिक अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि जून से शुरू होने वाले मानसून के दौरान उपनगरीय ट्रेन सेवा प्रभावित नहीं होगी. गगरानी ने नागरिक अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि सड़कों पर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के स्थल पर मलबा और बैरिकेड्स को काम पूरा होने के तुरंत बाद हटा दिया जाए.
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गगरानी ने बुधवार को विभिन्न सरकारी प्राधिकरणों के प्रतिनिधियों और बीएमसी अधिकारियों की उपस्थिति में नागरिक मुख्यालय में प्री-मानसून बैठक की. मुंबई नगर निगम आयुक्त ग्रेटर मुंबई आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष हैं. बैठक में गगरानी ने बीएमसी अधिकारियों से कहा कि वे रेलवे के साथ समन्वय बनाकर प्री-मॉनसून कार्य समय पर पूरा करें ताकि मॉनसून के दौरान लोकल ट्रेनों का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया जा सके.
गगरानी ने सभी नागरिक वार्डों के सहायक नगर आयुक्तों को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि मानसून के दौरान यातायात को साफ करने के लिए काम पूरा होने के बाद बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के स्थल पर सभी मलबे और बैरिकेड को मानसून से पहले हटा दिया जाए. उन्होंने अधिकारियों को मानसून के दौरान बाधा मुक्त सड़कें सुनिश्चित करने के लिए मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के साथ समन्वय करने का भी निर्देश दिया.
बैठक में मौजूद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के अधिकारियों ने कहा कि एनडीआरएफ की तीन टीमें मुंबई में आपातकालीन राहत कार्य के लिए तैयार रहेंगी. गगरानी ने भारतीय नौसेना के अधिकारियों से मानसून के दौरान गोताखोरों की एक टीम तैयार करने को कहा, गगरानी ने बीएमसी अधिकारियों से भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्र के निवासियों को नोटिस जारी करने को कहा. उन्होंने नागरिक अधिकारियों से भूस्खलन को रोकने के लिए रिटेनिंग दीवारों के निर्माण के लिए जिला कलेक्टरों के साथ समन्वय करने के भी निर्देश दिए. गगरानी यह भी चाहते थे कि भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के आसपास के निवासियों को आपदा के समय प्रशिक्षण दिया जाए.
पंप की जिम्मेदारी अधिकारियों पर गगरानी ने बीएमसी अधिकारियों से प्रत्येक डीवाटरिंग पंप को जियो-टैग करने को कहा. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बारिश के दौरान ये पंप काम नहीं करेंगे तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. बीएमसी ने मुंबई के उन इलाकों में 481 डीवाटरिंग पंप लगाने का फैसला किया है, जहां मानसून के दौरान बाढ़ का खतरा रहता है.
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