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BMC ने ढूंढ लिया मुंबई के गड्ढों का इलाज, लगाई इंजीनियरों की फौज

Updated on: 10 June, 2025 04:22 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

प्रत्येक इंजीनियर को मानसून की अवधि के लिए लगभग 10 किमी से 15 किमी की दूरी वाली सड़कों वाला विशिष्ट क्षेत्र सौंपा गया है.

फाइल फोटो

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बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मुंबई के 227 चुनावी वार्डों में से प्रत्येक में माध्यमिक इंजीनियरों को नियुक्त किया है, उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में गड्ढों की सक्रिय रूप से खोज करने और उन्हें तुरंत भरने की जिम्मेदारी दी है. प्रत्येक इंजीनियर को मानसून की अवधि के लिए लगभग 10 किमी से 15 किमी की दूरी वाली सड़कों वाला एक विशिष्ट क्षेत्र सौंपा गया है. 

नगर आयुक्त और प्रशासक भूषण गगरानी ने सोमवार को सड़क और परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक की और उन्हें गड्ढों के समय पर निवारण के लिए निर्देशों की एक सूची दी. निर्देशों के बीच, गगरानी ने सड़क विभाग को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि गड्ढे तब भरे जाएँ जब वे आकार में छोटे हों, जिनका आकार 6 से 12 इंच से अधिक न हो. 


सड़क की सतह की असमानता से बचने के लिए सभी गड्ढों को चौकोर आकार में भरा जाना चाहिए. छह मीटर से अधिक की सड़कों पर पाए जाने वाले गड्ढों को भरने के लिए कोल्ड मिक्स का उपयोग नहीं किया जाएगा. गड्ढों को मैस्टिक डामर या जियो पॉलीमर कंक्रीट से भरा जाएगा. बीएमसी ने एक बयान में कहा, "सप्ताह भर गड्ढों की मरम्मत का काम किया जाएगा, लेकिन सप्ताहांत में भी काम जोरों पर किया जाएगा, ताकि सप्ताह के दिनों में यातायात बाधित न हो. बीएमसी मैस्टिक कुकर की तैनाती के लिए एक रूट प्लान भी बनाएगी, जिसमें जीपीएस लगा होगा और वाहन ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) के जरिए इसकी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी."


पूर्व पहलवान चंद्रहार पाटिल, जिन्होंने शिवसेना (यूबीटी) के टिकट पर सांगली से लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन असफल रहे थे, सोमवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हो गए. विशाल पाटिल से पराजित पाटिल ने कहा कि उन्हें अकेले ही लड़ना पड़ा, क्योंकि महा विकास अघाड़ी और महायुति ने उनका विरोध किया.

चंद्रहार पाटिल की देशभक्ति की प्रशंसा करते हुए शिंदे ने कहा, "वह सीमा पर तैनात हमारे जवानों के लिए दिल्ली में रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहे हैं. उनकी लगन देखकर मैं कहता हूं- कश्मीर में भी ऐसा क्यों नहीं किया जाता." कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए शिंदे ने कहा, "शिवसेना को हर घर तक पहुंचाएं. चंद्रहार पाटिल के आने से हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है."


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