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वरिष्ठ नागरिकों से ठगी करने वाला चेंबूर गिरोह बेनकाब, मुख्य आरोपी पुलिस के शिकंजे में

Updated on: 28 October, 2025 08:52 AM IST | Mumbai
Aishwarya Iyer | mailbag@mid-day.com

मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट VI ने चेंबूर में नकली नकदी के बंडलों के ज़रिए वरिष्ठ नागरिकों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है.

Pics/By Special Arrangement

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मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट VI ने एक 30 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो मुंबई और ठाणे में धोखाधड़ी के कई मामलों में शामिल एक गिरोह का सरगना था. इन मामलों में भोले-भाले पीड़ितों - ज़्यादातर वरिष्ठ नागरिकों - को नकली नकदी के बंडलों के बदले उनके सोने के गहने बेचकर ठगा जाता था.

25 सितंबर को दोपहर करीब 1.50 बजे, चेंबूर के सीजी गिडवानी मार्ग पर दो आदमी एक महिला के पास पहुँचे. उन्होंने उससे दोस्ताना बातचीत की और दावा किया कि उन्हें नीले रूमाल में लिपटा हुआ पैसों का एक बंडल मिला है. इन आदमियों ने महिला को "ज़मानत" के तौर पर अपना सोने का मंगलसूत्र उतारने के लिए मना लिया और फिर उसे कथित नकदी सौंप दी - लेकिन बाद में उसे पता चला कि बंडल में रद्दी कागज़ था.


इसके बाद चेंबूर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318(4) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया और क्राइम ब्रांच यूनिट VI के अधिकारियों ने मुख्य आरोपी राहुल कन्हैया सोलंकी, जो कल्याण के द्वाराली पाड़ा का निवासी है, का पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया.



विस्तृत जाँच से पता चला कि सोलंकी ग्रेटर मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और मीरा-भयंदर-वसई-विरार कमिश्नरेट में सक्रिय एक धोखाधड़ी गिरोह का सरगना था. अब तक उसके नेटवर्क से जुड़े चार मामले सुलझाए जा चुके हैं - चेंबूर, पंत नगर, कांजुरमार्ग और कलवा में.

आरोपी पर 2018 और 2021 के बीच भिवंडी, कोलसेवाड़ी और बदलापुर पुलिस थानों में इसी तरह के धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए थे.


पुलिस ने कहा कि आरोपी बुजुर्ग नागरिकों को निशाना बनाते थे, अक्सर नकदी का बंडल मिलने का नाटक करते थे और पीड़ितों को जमानत के तौर पर अपना सोना सौंपने के लिए राजी करते थे और फिर गहने लेकर गायब हो जाते थे. पुलिस के अनुसार, इस कार्यप्रणाली को `मुट्ठा काम` कहा जाता है.

क्राइम ब्रांच यूनिट VI के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक भरत घोणे ने बताया, "यह गिरोह विश्वास जीतने के लिए भावनात्मक हेरफेर और झूठे आश्वासन का इस्तेमाल करता था. इस अभियान से न केवल चार बड़े मामले सुलझे हैं, बल्कि चोरी का कीमती सामान भी बरामद हुआ है." उन्होंने यह भी बताया कि गिरफ्तार आरोपी बावरी समाज का सदस्य है, जो एक कुख्यात अंतरराज्यीय गिरोह है जो हिंसक लूट और सेंधमारी के लिए जाना जाता है. अधिकारियों ने कहा कि जाँच आगे बढ़ने पर और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं.

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