Updated on: 26 January, 2025 09:28 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
ठाणे शहर कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि नवंबर 2024 में हुए विधानसभा चुनावों में धांधली की गई.
कांग्रेस ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि चुनाव आयोग अपनी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता नहीं लाता और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित नहीं करता, तो सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा.
ठाणे शहर कांग्रेस ने हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में चुनाव आयोग की गड़बड़ियों के खिलाफ 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य और प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नसीम खान की मौजूदगी में हुए इस प्रदर्शन में चुनाव आयोग की पक्षपातपूर्ण और अपारदर्शी कार्यप्रणाली की कड़ी आलोचना की गई.
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चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप
ठाणे शहर कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि नवंबर 2024 में हुए विधानसभा चुनावों में धांधली की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा गठबंधन के पक्ष में चुनाव परिणामों को मनमाने ढंग से बदला गया. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि छह महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार हुई थी, जबकि विधानसभा चुनावों में अचानक तस्वीर पूरी तरह बदल गई, जो संदेह पैदा करती है.
कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में धांधली करने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले दर्जनों शिकायतें दर्ज कराई गई थीं, लेकिन आयोग ने उन्हें नजरअंदाज किया. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर छह महीनों में मतदाता सूची में 50 लाख नए नाम कैसे जोड़े गए और मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि कैसे हुई?
मतदान प्रतिशत में हेरफेर का आरोप
प्रदर्शन में शामिल नेताओं ने आरोप लगाया कि मतदान के दिन शाम 5 बजे घोषित मतदान प्रतिशत और अगले दिन घोषित मतदान प्रतिशत में भारी अंतर था, जिससे 76 लाख वोटों का फर्जीवाड़ा सामने आता है. कांग्रेस ने मांग की कि चुनाव आयोग इन अनियमितताओं पर स्पष्टीकरण दे और सार्वजनिक रूप से सीसीटीवी फुटेज जारी करे.
लोकतंत्र पर खतरा, निष्पक्ष चुनाव की मांग
कांग्रेस नेता नसीम खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता संदेह के घेरे में है. उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार सभी संवैधानिक संस्थाओं पर दबाव बनाकर अपनी मनमानी कर रही है और चुनाव आयोग को भी अपने नियंत्रण में ले लिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं और चुनाव आयोग की साख दांव पर लगी हुई है.
कांग्रेस ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि चुनाव आयोग अपनी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता नहीं लाता और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित नहीं करता, तो सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह केवल कांग्रेस का नहीं, बल्कि पूरे देश के लोकतंत्र का सवाल है और इसे किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं होने दिया जाएगा.
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